सीएम मोहन यादव का बड़ा ऐलान, मध्यप्रदेश बनेगा टेक्सटाइल हब, उद्योगपतियों की मदद के लिए…

Madhya Pradesh : वर्तमान समय में विश्व में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समय चल रहा है. आज के समय में देश ऐसे ही नहीं बदलता है. देश के बदलने के लिए मन के संकल्पों की जरूरत होती है. जानकारी देते हुए बता दें कि जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने उस वक्त भारत की अर्थव्यवस्था 11वें नंबर पर थी. लेकिन भारत के करवट बदलते ही आज भारत की अर्थव्यवस्था विश्‍व में चौथे नंबर पर  है.” बता दें कि यह बात मध्‍य प्रदेश के सीएम मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 31 जुलाई को कही.

बिजनेसमैन को दिए अवॉर्ड

ऐसे में सीएम डॉ. यादव ने नई दिल्ली में आयोजित बीएसएल ग्लोबल आउटरीच समिट-2025 को संबोधित किया. इसके साथ ही उन्‍होंने इस कार्यक्रम में कई बिजनेसमैन को अवॉर्ड भी प्रदान किए. ऐसे में कार्यक्रम के बाद उन्‍होंने कई उद्योगपतियों के साथ राउंड टेबल चर्चा और वन-टू-वन संवाद किया. उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार उद्योगपतियों की हर तरह की मदद करने के लिए तैयार है.

पानी-बिजली को लेकर दे रहे सब्सिडी

जानकारी के मुताबिक, इस कार्यक्रम में सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा कि ये बदलते दौर का भारत है. मुझे गर्व है कि पीएम मोदी के नेतृत्व में व्यापार-व्यवसाय को रोकने वाले कानून बदले गए. इसके साथ ही हाल ही में हमने भी मध्यप्रदेश के 42 कानूनों को रद्द कर दिया जो व्यापार में अड़चनें पैदा करते थे. उन्‍होंने कहा कि उद्योगों को शुरू करने के लिए मदद की जरूरत होती है. ऐसे में हम पानी-बिजली को लेकर सब्सिडी दे रहे हैं.

गारमेंट मैन्युफैक्चरिंग का नया केंद्र

सीएम डॉ. मोहन यादव ने नई दिल्ली में भारत मंडपम के कन्वेंशन सेंटर में टेक्सटाइल-गारमेंट मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ राउंड टेबल चर्चा की. बता दें कि इस चर्चा में मध्यप्रदेश को टेक्सटाइल हब बनाने के विजन पर वार्तालाप हुई. उन्‍होंने बताया कि इसमें निवेश, रोजगार और ‘मेक इन एमपी’ की संभावनाओं को नई दिशा मिली. जानकारी देते हुए उन्‍होंने बताया कि अब दुनिया की टेक्सटाइल और गारमेंट मैन्युफैक्चरिंग का नया केंद्र बन गया है. इसके साथ ही मध्यप्रदेश भारत के प्रमुख कपास उत्पादक राज्यों में से एक है. हमारे यहां प्रतिवर्ष लगभग 18 लाख गांठ कपास का उत्पादन होता है.

हम उद्योगपतियों की हर जरूरत करेंगे पूरी 

इस कार्यक्रम में उन्‍होंने बताया कि हम जैविक कपास के अग्रणी उत्पादक हैं. हमारे यहां जीओटीएस प्रमाणित कृषक समूह सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं. ऐसे में हमारी नई औ‌द्योगिक नीति 2025 तैयार है. इस दौरान उ‌द्योगों को लेकर यह अनुकूल वातावरण देती है. उन्‍होंने कहा कि ‘मेड इन एमपी’ उत्पादों की वैश्विक बाजार तक पहुंचाना हमारा लक्ष्य है.

प्रकृति के अनुकूल कारखाने की व्‍यवस्‍था

जानकारी देते हुए उन्‍होंने बताया कि बाजार तक पहुंचने का समय कम, परिवहन की लागत कम, कार्यक्षमता ज्यादा यह हमारा भरोसा है. उन्होंने 30 दिन के अंदर अपना व्‍यापार शुरू करने की गारंटी दी और कहा कि हमारा सिंगल विंडो सिस्टम सब कुछ एक जगह उपलब्ध कराता है. ऐसे में आपके पर्यावरण के लक्ष्यों को पूरा करने में हम आपके साथी हैं. उन्‍होंने ये भी कहा कि हम केवल कारखाने नहीं, बल्कि प्रकृति के अनुकूल कारखाने लगा रहे हैं.

यह सेवाएं हमारी पहली प्राथमिकता

जिसके तहत स्वच्छ ऊर्जा, पानी की बर्बादी रोकना, जैविक कपास यह सब हमारी पहली प्राथमिकता होगी. उन्‍होंने दावा करते हुए कहा कि अगर आप मध्य प्रदेश को गंभीरता से विचार करते हैं, तो हम आपको निराश नहीं करेंगे. इस मामले को लेकर उनका कहना है कि हम चाहते हैं कि आप हमारे राज्य आएं, हकीकत देखें, और फिर फैसला करें. क्‍योंकि आपकी सफलता, हमारी सफलता है.

धागे से लेकर कपड़े तक का निर्माता

इस दौरान कार्यक्रम के बाद सीएम मोहन यादव ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि सरकार द्वारा टेक्सटाइल इंडस्ट्री को लगातार प्रमोट किया जा रहा है. उन्‍होंने बताया कि हमारे राज्य में कपास का उत्पादन बहुत अच्छे से होता है. इतना ही नहीं बल्कि कपास के उत्पादन से धागा बनाने से लेकर कपड़े बनाने तक के निर्माता सबका एक प्लेटफार्म तैयार किया है. देश के अंदर भी, और  देश बाहर भी. मध्यप्रदेश अपनी उद्योग आधारित छवि बनाते हुए कई प्रकार से उद्यमियों को आमंत्रित कर रहा है और उसका अच्छा रिस्पांस मिला है.

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