हर संभव मदद कर रही सरकार… यमन में निमिषा प्रिया की फांसी की सजा पर विदेश मंत्रालय का बयान

Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

MEA spokesperson Randhir Jaiswal: यमन में भारतीय मूल की महिला नर्स निमिषा प्रिया को कल यानी 16 जुलाई को दी जाने वाली फांसी टल गई है. वहीं अब इस मामले को लेकर विदेश मंत्रालय का बयान सामने आया है. गुरुवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि यह एक संवेदनशील मामला है और भारत सरकार इसमें हर संभव मदद कर रही है.

हमने कानूनी मदद उपलब्‍ध कराई है और परिवार की सहायता के लिए वकील भी नियुक्त किया गया है. हमने सुनिश्चित किया कि निमिषा प्रिया के परिजनों के लिए नियमित कांसुलर मुलाक़ातें होती रहें. साथ ही साथ दूतावास ने स्थानीय अधिकारियों और निमिषा प्रिया के परिजनों के साथ नियमित संपर्क बनाए रखा है.

मित्र देशों से भी संपर्क में भारत सरकार

प्रवक्‍ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि बीते कुछ दिनों में हमने ख़ास कोशिश की कि निमिषा प्रिया के परिवार को दूसरे पक्ष के साथ आपसी समझौते के लिए और समय मिल सके. यमन के स्थानीय अधिकारियों ने 16 जुलाई 2025 को निर्धारित उनकी सज़ा के क्रियान्वयन को फिलहाल रोक दिया है. उन्‍होंने कहा कि हम इस मामले पर क़रीब से नज़र रखे हुए हैं और हर तरह की सहायता जारी रखेंगे. हम कुछ मित्र देशों से भी संपर्क में हैं.

मृतक के परिवार को मनाने की कोशिशें जारी

मिली जानकारी के मुताबिक, मृतक यमनी नागरिक तलाल अब्दो महदी का परिवार निमिषा प्रिया को फांसी दिलाने की मांग पर अड़ा हुआ है. जबकि निमिषा को माफ करने के लिए मनाने की कोशिशें की जा रही हैं. ऑल इंडिया जमीयतुल उलेमा के महासचिव और सुन्नी नेता कंथापुरम ए.पी. अबूबकर मुसलियार द्वारा अपने घनिष्ठ मित्र और सम्मानित यमनी सूफी विद्वान शेख हबीब उमर बिन हाफिज के जरिए किए गए हस्तक्षेप के सकारात्मक परिणाम सामने आए, जिसके बाद यमनी अधिकारियों ने निमिषा प्रिया की कल होने वाली फांसी को स्थगित कर दिया. मुसलियार ने कहा कि बदला लेने की उनकी तीव्र इच्छा के बाद भी, निमिषा प्रिया को माफ़ करने के लिए तलाल के परिवार के साथ बातचीत चल रही है.

निमिषा पर हत्‍या का आरोप

बता दें कि निमिषा प्रिया केरल के पलक्कड़ जिले के कोल्लेंगोडे की रहने वाली हैं. निमिषा प्रिया (38) को जुलाई 2017 में यमन के एक नागरिक की हत्या का दोषी पाया गया था. साल 2020 में, यमन की कोर्ट ने निमिषा को मौत की सजा सुनाई और देश की सर्वोच्च न्यायिक परिषद ने नवंबर 2023 में उनकी अपील खारिज कर दी थी. प्रिया वर्तमान में यमन की राजधानी सना की एक जेल में कैद है, जो ईरान समर्थित हूतियों के कंट्रोल में है.

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