Rajasthan: राजस्थान के जैसलमेर जिले में हुए दर्दनाक स्लीपर बस अग्निकांड मामले में मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. बस के मालिक तुराब अली और ड्राइवर शौकत को गिरफ्तार कर लिया है. इस हादसे में अब तक 22 यात्रियों की मौत हो चुकी है, जबकि गंभीर रूप से झुलसे हुए छह यात्रियों का जोधपुर के अस्पताल में इलाज चल रहा है. राज्य सरकार ने इस भयावह हादसे को गंभीरता से लेते हुए तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए थे.
मामले की गहन जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अधिकारियों को मामले की गहन जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद पुलिस ने बस मालिक और ड्राइवर को गिरफ्तार किया. पुलिस के मुताबिक बस में तकनीकी खराबी और सुरक्षा मानकों की अनदेखी की वजह से यह भीषण हादसा हुआ. पुलिस अधीक्षक अभिषेक शिवहरे ने बताया कि हादसे को लेकर दो अलग-अलग शिकायतें दर्ज की गई थीं. एक शिकायत मृतक राजेन्द्र सिंह चौहान के भाई चंदन सिंह ने दर्ज कराई, जबकि दूसरी मृतक गोपीलाल दर्जी के भाई जगदीश की ओर से दी गई थी.
शिकायतों के आधार पर मुकदमा दर्ज करते हुए जांच शुरू
इन शिकायतों के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए जांच शुरू की और अब गिरफ्तारी की कार्रवाई की गई है. एसपी शिवहरे ने बताया कि हादसे के वक्त बस में कुल 35 यात्री सवार थे. इनमें से 22 की मौत हो चुकी है और 13 घायल हैं, जिनका इलाज जोधपुर में चल रहा है. फिलहाल किसी भी यात्री के लापता होने की सूचना नहीं मिली है. अब तक 19 शवों में से 18 के डीएनए सैंपल मिलान हो चुके हैं, जबकि एक सैंपल की पुष्टि बाकी है.
बस में फायर एक्सटिंग्विशर नहीं कर रहे थे काम
अधिकारियों ने बताया कि शवों की पहचान की प्रक्रिया पूरी होते ही उन्हें परिजनों को सौंप दिया जाएगा. पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि बस में तकनीकी खामियां थीं और सुरक्षा उपकरणों का रखरखाव ठीक से नहीं किया गया था. बस में फायर एक्सटिंग्विशर काम नहीं कर रहे थे और आपातकालीन निकास (इमरजेंसी एग्जिट) भी सही तरीके से काम नहीं कर रहा था. पुलिस ने बस के निर्माण से जुड़ी जानकारियां भी मांगी हैं, क्योंकि बस का निर्माण चित्तौड़गढ़ में हुआ था.
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