अभिनेत्री से साध्वी बनी ममता कुलकर्णी (mamta kulkarni) आगामी 1 जून को कल्कि धाम (Kalki Dham) पहुंचेंगी. यहां उनके शिला दान का कार्यक्रम हैं. कल्किधाम के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम (Pramod Krishnam) ने उन्हें शीला दान कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया है. साध्वी ममता कुलकर्णी ने बताया कि उन्हें आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कल्कि धाम में शिला दान करने के लिए बुलाया है और मैं खुद को गौरवान्वित समझती हूं कि इस शुभ काम को मैं अपने हाथों से करूंगी.
#WATCH | On the controversy around her anointment as Mahamandaleshwar of Kinnar Akhada during Prayagraj Mahakumbh, former actor and Sadhvi Mamta Kulkarni says, "…It was all in God's hands for me to become Mahamandaleshwar in that Kumbh, which was such a holy occasion in 140… pic.twitter.com/l9OS6rZJKF
— ANI (@ANI) May 30, 2025
ईश्वर मुझे मेरी 25 वर्षों की तपस्या का दे रहे थे फल- साध्वी ममता कुलकर्णी
वहीं, प्रयागराज महाकुंभ के दौरान किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर के रूप में उनके अभिषेक को लेकर उठे विवाद पर साध्वी ममता कुलकर्णी ने कहा, “उस कुंभ में महामंडलेश्वर बनना मेरे लिए पूरी तरह ईश्वर के हाथ में था, जो 140 वर्षों में सबसे पवित्र अवसर था. ईश्वर मुझे मेरी 25 वर्षों की तपस्या का फल दे रहे थे. और ऐसा हुआ.”
मुसलमानों ने मुझे दिया है काफी प्यार
एक बयान में साध्वी ममता कुलकर्णी ने बताया कि उन्हें मुसलमानों से प्रेम है. उन्होंने कहा, “मुसलमानों ने मुझे काफी प्यार दिया है और साधना के दौरान मैंने काफी समय दुबई में बिताया, जहां मुझे काफी शांति मिली. मुझे मुसलमानों से प्यार है, लेकिन आतंकवाद से प्यार नहीं है. मैं बता दूं कि आतंकवादी बस एक आतंकवादी होता है, वह न किसी का शहर होता है, न किसी का पिता, पुत्र और न ही किसी का रिश्तेदार हो सकता है.”
Delhi: Sadhvi Mamta Kulkarni says, "I have a lot of love for Muslims. And they have given me a lot of love in return. My spiritual practice spanned 25 years, and I received immense peace and love, especially during my time in Dubai, where I meditated at one place. When I was a… pic.twitter.com/AxOxWRsATN
— IANS (@ians_india) May 30, 2025