राज ठाकरे की कार्यकर्ताओं को नसीहत- मराठी भाषा का मुद्दा जरूरी लेकिन हिंदी भाषियों से नहीं करें नफरत

Mumbai:  महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) चीफ राज ठाकरे ने अब अपना सुर बदल दिया है. राज ठाकरे ने कार्यकर्ताओं से कहा कि मराठी भाषा का मुद्दा जरूरी है लेकिन हिंदी भाषियों से नफरत नहीं करें और किसी के भी साथ बेवजह की हाथापाई से बचें. यह बयान ऐसे समय आया है जब भाषा विवाद को लेकर कार्यकर्ताओं के खिलाफ लगातार नए मामले सामने आ रहे थे.

मराठी सीखने वालों की मदद करें

हालांकि, ठाकरे ने कहा कि यदि कोई मराठी सीखना चाहता है तो उसकी मदद करें. उन्होंने कार्यकर्ताओं से मराठा को मुद्दा बनाने पर जोर दिया और इसे घर-घर पहुंचाने की बात कही. ठाकरे ने कहा कि महानगरपालिका चुनाव की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए. उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता स्थानीय मुद्दों को लेकर ग्राउंड पर उतरें और वोटर्स लिस्ट पर काम शुरू कर दें.

उद्धव से गठबंधन पर सही समय पर बोलूंगा

MNS चीफ राज ठाकरे ने कहा कि 20 साल बाद हम दो भाई जब साथ आ सकते हैं तो तुम क्यों लड़ते हो, मतभेद भुलाकर साथ में काम पर लगना है, उद्धव से गठबंधन पर सही समय पर बोलूंगा. इससे पहले ठाकरे ने एक्स पर पोस्ट कर पार्टी सदस्यों को पूरे विवाद पर चुप्पी साधने का निर्देश दिया था. राज ठाकरे ने पोस्ट में लिखा था कि यह एक स्पष्ट आदेश है. पार्टी के किसी भी सदस्य को अखबारों न्यूज चैनलों या किसी भी डिजिटल मीडिया से कोई बात नहीं करनी है.

मेरी अनुमति लिए बिना मीडिया से बात नहीं करेंगे

न ही अपनी प्रतिक्रिया वाले वीडियो सोशल मीडिया पर डालने हैं. ऐसा करना पूरी तरह से मना है. और जिन्हें मीडिया से बातचीत की आधिकारिक जिम्मेदारी दी गई है, वे भी मेरी अनुमति लिए बिना, मुझसे पूछे बिना किसी भी प्रकार के मीडिया से बात नहीं करेंगे और सोशल मीडिया पर भी कुछ व्यक्त नहीं करेंगे.

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