Tahawoor Rana : मुंबई के 26/11 हमले का मास्टरमाइंड तहव्वूर राणा के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए सरकार ने वकीलों की टीम बना दी है. महाधिवक्ता तुषार मेहता और अतिरिक्त महाधिवक्ता एसवी राजू वकीलों की इस टीम का नेतृत्व करेंगे. पिछले महीने जांच एजेंसी एनआईए और खुफिया एजेंसी रॉ की संयुक्त टीम आतंकी तहव्वुर राणा को अमेरिका से लेकर आई है. हमले के 16 साल बाद आतंकी राणा को अमेरिका से प्रत्यर्पित किया गया है.
टीम में ये दिग्गज शामिल
आतंकी तहव्वूर राणा के खिलाफ अब मुकदमा चलाने की तैयारी चल रही है. गृह मंत्रालय ने एक अधिसूचना जारी कर कहा कि यह नियुक्ति राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण अधिनियम, 2008 और भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस), 2023 के तहत प्रदत्त शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए की गई है.
अधिसूचना के अनुसार, केंद्र सरकार ने भारत के सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता की अध्यक्षता में विशेष लोक अभियोजकों की एक टीम गठित की है, जिसमें अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एस वी राजू, वरिष्ठ अधिवक्ता दयान कृष्णन और अधिवक्ता नरेंद्र मान शामिल हैं. यह टीम एनआईए की ओर से दिल्ली स्थित एनआईए की विशेष अदालतों, दिल्ली हाई कोर्ट और भारत के सुप्रीम कोर्ट में आरसी-04/2009/एनआईए/डीएलआई मामले से संबंधित मुकदमे और अन्य मामलों को संभालेंगी.
मुंबई आतकी हमले में मारे गए थे 166 लोग
RC-04/2009/NIA/DLI, दिल्ली में एनआईए के पास पंजीकृत मामले से संबंधित है, जिसमें 26/11 मुंबई आतंकवादी हमलों के संबंध में तहव्वुर हुसैन राणा और डेविड कोलमैन हेडली के खिलाफ मुकदमा चलाया जा रहा है. एनआईए ने वर्षों के निरंतर प्रयास के बाद अमेरिका से राणा का प्रत्यर्पण सुनिश्चित किया और यहां पहुंचने पर 10 अप्रैल को उसे गिरफ्तार किया गया.
राणा पर आतंकी समूह लश्कर-ए-तैयबा द्वारा 2008 में किए गए हमलों के पीछे की बड़ी साजिश में शामिल होने का आरोप है. लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकियों ने मुबंई पर खौफनाक हमले किए. इन हमलों में 166 लोग मारे गए थे और 238 से अधिक घायल हुए थे. इस हमले में कई जांबाज अफसर शहीद हो गए. ये हमले चार दिनों तक चले.
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