भारत और ऑस्ट्रिया ने यूक्रेन, UNSC सुधारों पर की वार्ता

New Delhi: भारत और ऑस्ट्रिया के बीच सातवें विदेश कार्यालय परामर्श की बैठक नई दिल्ली में आयोजित हुई, जिसमें दोनों देशों के बीच क्षेत्रीय एवं विविध मुद्दों पर बातचीत हुई. इसके अलावा दोनों देशों के प्रतिनिधियों ने यूएन सुरक्षा परिषद के सुधारों, यूक्रेन और भारत की जी 20 अध्यक्षता पर भी बातचीत की. इस बैठक में भारतीय पक्ष का प्रतिनिधित्व विदेश मंत्रालय के सचिव (पश्चिम) संजय वर्मा और ऑस्ट्रियाई पक्ष का प्रतिनिधित्व यूरोपीय और अंतरराष्ट्रीय मामलों के मंत्रालय के राजनीतिक निदेशक ग्रेगोर कोसलर ने किया.

प्रवक्ता अरिंदम बागची का ट्वीट
टि्वटर पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, इस बैठक में दोनों पक्षों के बीच द्विपक्षीय सहयोग के साथ-साथ व्यापार, राजनयिक, कौशल, प्रवास, संस्कृति और लोगों के बीच संबंध बढ़ाने को लेकर बातचीत हुई. दोनों पक्षों ने क्षेत्रीय और विविध मुद्दों के अलावा यूएनएससी सुधारों, यूक्रेन और भारत की जी20 अध्यक्षता को लेकर बातचीत की. इस बैठक के बाद दोनों देशों के बीच व्यापक प्रवासन और गतिशीलता समझौता (सीएमएमपीए) पर भी हस्ताक्षर किए गए. अरिंदम बागची ने ट्विटर पर कहा, “नई दिल्ली में 7वां भारत-ऑस्ट्रिया FOC आयोजित हुआ, जिसका नेतृत्व सचिव @SanjayVermalFS और राजनीतिक निदेशक @MFA_Austria @koessler_g ने किया. इस वार्ता में व्यापार, कांसुलर, स्किलिंग सहित द्विपक्षीय सहयोग के क्षेत्रों को शामिल किया गया.

UNSC में भारत क्यों बड़ा दावेदार है
UNSC का स्थायी सदस्य बनने के इच्छुक सभी उम्मीदवारों में भारत सबसे अधिक मुखर है. भारत आज एक प्रमुख वैश्विक शक्ति केंद्र बन चुका है. भारत की सदस्यता का दावा इन तथ्यों पर आधारित है कि यह संयुक्त राष्ट्र के संस्थापक सदस्यों में से एक है, सबसे बड़ा लोकतंत्र है, दूसरा सबसे अधिक आबादी वाला देश है, और पांचवीं सबसे बड़ी और सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है, साथ ही, भारत जलवायु परिवर्तन, सतत विकास लक्ष्यों और अन्य संयुक्त राष्ट्र शिखर सम्मेलनों से संबंधित सभी अहम मंचों में सक्रिय रूप से खुद को शामिल करता रहा है. भारत दुनिया के अधिकांश अविकसित और विकासशील देशों के हितों का भी प्रतिनिधित्व करता है

Latest News

‘भारत में अंग्रेजी बोलने वालों को जल्द ही शर्म महसूस होगी’, गृहमंत्री अमित शाह बोले

Amit Shah: भारत की भाषाई विरासत को पुन: प्राप्त करने और देसी भाषाओं पर गर्व करने के साथ दुनिया...

More Articles Like This

Exit mobile version