कश्मीर मुद्दे पर UN ने की भारी चूक… विदेश मंत्री जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र के दोहरे रवैये पर किया कटाक्ष

Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

New Delhi: विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने संयुक्‍त राष्‍ट्र पर निशाना साधा है. उन्‍होंने कहा है कि कश्‍मीर मुद्दे पर यूएन ने अपनी भूमिका में भारी चूक की है और कश्‍मीर पर पश्चिमी देशों का रुख ठीक नहीं रहा है. डॉ. एस जयशंकर ने कहा कि विश्‍व युद्ध के बाद दुनिया के सबसे लंबे समय तक चले अवैध कब्‍जे का अनुभव भारत ने कश्‍मीर में किया है. बता दें कि नई दिल्‍ली में आयोजित रेसिना डॉयलाग में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कश्‍मीर के मसले पर संयुक्‍त राष्‍ट्र के दोहरे रवैये पर कटाक्ष किया.

उन्होंने बताया कि जम्मू और कश्मीर राज्य, जिसमें गिलगित और बाल्टिस्तान भी शामिल हैं, ने 1947 में भारत से जुड़ने का फैसला लिया था, लेकिन पाकिस्तान ने एकतरफा आक्रमण कर इस क्षेत्र के कुछ हिस्सों पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया और आज भी वही स्थिति है.

इन देशों का लिया नाम

कश्मीर पर संयुक्त राष्ट्र के रुख पर कटाक्ष करते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि, “कश्मीर पर आक्रमण को एक विवाद में बदल दिया और हमलावर (पाकिस्तान) एवं पीड़ित (भारत) को एक ही लेवल पर रख दिया.” उन्होंने कहा कि यह नाइंसाफी यूके, कनाडा, बेल्जियम, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका जैसे देशों ने किया था. उन्होंने कहा कि इस विषय में गंभीर पुनर्विचार की जरूरत है.

संयुक्त राष्ट्र के लिए निष्पक्षता जरूरी”

विदेश मंत्री ने कहा, “हमें एक व्यवस्था की जरूरत है, उसमें निष्पक्षता होनी चाहिए. हमें एक मजबूत संयुक्त राष्ट्र चाहिए, लेकिन एक मजबूत संयुक्त राष्ट्र के लिए निष्पक्षता आवश्‍यक है. एक मजबूत वैश्विक व्यवस्था के लिए कुछ बुनियादी मानकों की स्थिरता होनी चाहिए और यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि कोई भी देश अंतरराष्ट्रीय आदेश को चुनौती न दे सके.”

ये भी पढ़ें :- ‘अमेरिका’ नाम का सोने का टॉयलेट पहले किया यूज फिर ले उड़े चोर, इस देश का है मामला

 

 

Latest News

शरीर में Vitamin-D कम होने पर भूलकर भी न खाएं ये 5 चीजें, वरना सप्लीमेंट्स भी हो जाएंगे बेअसर

Vitamin-D की कमी से बचने के लिए केवल सप्लीमेंट्स लेना काफी नहीं है. आपको अपनी डाइट में कुछ खास चीजों से बचना चाहिए, ताकि विटामिन-D के अवशोषण में कोई रुकावट न हो. जानें कौन सी 5 चीजें आपकी सप्लीमेंट्स की असरकारिता को कम कर सकती हैं.

More Articles Like This

Exit mobile version