UP News: वृन्दावन योजना स्थित एसकेडी अकेडमी में गुरूवार को सर्वजन हिताय संरक्षण समिति द्वारा लखनऊ के सेवानिवृत्त शिक्षकों का सम्मान समारोह आयोजित किया गया. कार्यक्रम में सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने अधिवर्षता आयु पूर्ण कर शासकीय सेवा से सेवानिवृत्त हुए शिक्षकों को श्रीमद्भागवत गीता और स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया. इस अवसर पर डॉ. सिंह ने सेवानिवृत्ति को जीवन चरण का एक बिंदु बताया, उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्ति के उपरांत शिक्षकों का सामाजिक उत्तरदायित्व और अधिक बढ़ जाता है, शिक्षकों द्वारा समाज को दिशा देने का कार्य जीवन पर्यन्त चलता रहता है. इस अवसर पर सरोजनीनगर विधायक ने देश की प्रगति में शिक्षकों के योगदान को रेखांकित करते हुए कहा कि हमारे शिक्षकों के समर्पण और सेवाभाव के परिणाम स्वरुप आजादी के बाद प्राइमरी स्कूलों की संख्या 1.5 लाख से 15 लाख तक पहुच गयी है, पिछले 77 वर्षों में देश की साक्षरता दर 18% से 78% तक पहुंची, देश के करीब 4 करोड़ 40 लाख युवा उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं.

आज नासा का हर दूसरा वैज्ञानिक भारतीय है, विश्व के शीर्ष 2% वैज्ञानिकों और चिकित्सकों में लखनऊ के 25 से अधिक वैज्ञानिक होने का गौरव हमारे शिक्षकों द्वारा अपने शिक्षार्थियों के सपनों के लिए अपनी नींद के बलिदान देने का परिणाम है. सेवानिवृत्त शिक्षक सम्मान समारोह के साथ ‘आधुनिक तकनीकी शिक्षा और शिक्षक की बदलती भूमिका’ विषय पर आयोजित गोष्ठी में बोलते हुए डॉ. राजेश्वर सिंह ने कहा कि आगामी 3-5 वर्ष में डिजिटल आवश्यकताओं के अनुरूप करीब 85 लाख नौकरियों का स्वरुप बदल जाएगा. आज साक्षरता के मायने बदल चुके हैं, डिजिटल शिक्षा ही युवाओं का भविष्य है.

उन्होंने आगे जोड़ा कि सरोजनीनगर के छात्र-छात्राओं को आधुनिक, डिजिटल और रोजगारपरक शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए अब तक क्षेत्र के 10 कॉलेजों में स्मार्ट क्लासेज और 25 कॉलेजों में डिजिटल लैब स्थापित की गयी हैं. कार्यक्रम के भव्य आयोजन के लिए डॉ. राजेश्वर सिंह ने एसकेडी एकेडमी के संस्थापक एसकेडी सिंह का आभार ब्यक्त करते हुए उन्हें लखनऊ में शिक्षा जगत का प्रमुख स्तम्भ बताया.


