Lucknow: राजधानी लखनऊ के आर्थिक परिदृश्य के लिए मंगलवार का दिन विशेष रहा। सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने शहीद पथ, फीनिक्स पलासियो मॉल के समीप होटल मर्क्योर में ‘नेक्स्ट जेनरेशन जीएसटी रिफॉर्म्स कॉन्क्लेव’ का भव्य आयोजन किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना की उपस्थिति रही, जबकि जनपद के उद्योग जगत के प्रतिनिधियों, व्यापारिक संगठनों और कर विशेषज्ञों की सहभागिता ने इसे एक ऐतिहासिक विमर्श का रूप दिया।
कार्यक्रम का लक्ष्य केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लागू ऐतिहासिक जीएसटी रिफॉर्म्स पर नीति-चर्चा तक सीमित नहीं रहा, बल्कि इसका उद्देश्य व्यापार जगत, कर विशेषज्ञों और उद्यमियों के बीच इस सुधार की व्यावहारिक उपयोगिता और इसके वास्तविक लाभों को साझा करना भी रहा ताकि व्यापारिक सुगमता को बढ़ावा मिले, अनुपालन प्रक्रिया सरल बने और सामान्य नागरिक भी इस परिवर्तन के प्रत्यक्ष लाभार्थी बन सकें।
व्यापार संगठनों का सम्मान :
इस भव्य सम्मेलन में विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने अमौसी, खजाना मार्केट, गौरी, आशियाना अवध एवं तेलीबाग व्यापार मंडल, अमौसी जनहित, उतरठिया आदर्श, नीलमथा आदर्श, उतरठिया अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल एवं तेलीबाग आदर्श व्यापार मंडल के प्रतिनिधियों को सम्मानित किया। इसके पश्चात वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री श्री सुरेश खन्ना ने उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल, सरोजनीनगर इंडस्ट्रियल एरिया मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन, लखनऊ महानगर सराफा एसोसिएशन, बिजनौर आदर्श व्यापर मंडल, अर्जुनगंज व्यापार मंडल, ट्रांसपोर्ट नगर व्यापार मंडल सहित, पंडित खेड़ा व्यापार मंडल सहित प्रमुख व्यापारिक संगठनों के पदाधिकारियों को सम्मानित किया। कार्यक्रम के दौरान उद्योगपति अनिल धीमानी, सीए ऋषभ मिश्रा, सीए रीना भार्गव, उद्योगपति शिव शंकर सिंह ‘शंकरी’, शिव शंकर अवस्थी एवं अन्य विशेषज्ञों ने जीएसटी के भविष्य, डिजिटल ट्रांजिशन और औद्योगिक सरलीकरण पर अपने विचार साझा किए।
डॉ. राजेश्वर सिंह का संबोधन :
कार्यक्रम में विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि यशस्वी वित्त मंत्री श्री सुरेश खन्ना ने आठ लाख करोड़ रुपये से अधिक का बजट प्रस्तुत कर यह सिद्ध किया है कि विजन और वित्तीय अनुशासन साथ चल सकते हैं। लखनऊ के प्रभारी मंत्री के रूप में मेट्रो से लेकर एक्सप्रेस-वे तक जो परिवर्तन दिख रहा है, वह खन्ना जी के दूरदर्शी नेतृत्व और प्रधानमंत्री मोदी व मुख्यमंत्री योगी के मार्गदर्शन का परिणाम है। लगातार नौ बार विधायक चुना जाना उनके शब्दों की विश्वसनीयता और जनसेवा के प्रति प्रतिबद्धता को प्रमाणित करता है।
डॉ. सिंह ने कहा कि व्यापारी बंधु राष्ट्र की साइलेंट आर्मी हैं – हमारी आर्थिक सेना है। इन्हीं उद्यमियों के योगदान से आज भारत विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में उभरा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में 17 राज्यीय कर कानून और 13 सेस समाप्त कर एकल GST व्यवस्था लागू हुई जो भारत के कर इतिहास की सबसे बड़ी प्रशासनिक क्रांति है। उन्होंने कहा कि पहले जहाँ चार टैक्स स्लैब हुआ करते थे, अब उन्हें सरल कर दो श्रेणियों में सीमित किया जा रहा है, जिससे छोटे व्यापारियों और उपभोक्ताओं दोनों को राहत मिलेगी।
विधायक ने आगे जोड़ा मोदी, योगी और खन्ना जी का साझा विजन है कि, इंस्पेक्टर राज और लाइसेंस राज का अंत, और भारत का संक्रमण “पोर्टल राज” की ओर, जहाँ हर व्यापारी को Self Declaration का सम्मान मिले, व्यापारिक कठिनाइयाँ घटें और Ease of Doing Business वास्तविकता बने। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में Industrial Parks, MSME Hubs और Logistics Corridors में सभी आवश्यक सुविधाएँ सिंगल क्लिक पर उपलब्ध कराने की दिशा में तेज़ी से कार्य हो रहा है। राज्य में ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस रैंकिंग में उत्तर प्रदेश अब 14वें से दूसरे स्थान पर पहुँच चुका है जो प्रशासनिक पारदर्शिता और नीति-निष्ठता का प्रमाण है।
डॉ. सिंह ने कहा कि राज्य का GST कलेक्शन ₹1.35 लाख करोड़ को पार कर चुका है,जो 2017 की तुलना में लगभग दोगुना वृद्धि दर्शाता है। GST सुधारों के बाद करदाताओं की संख्या 65 लाख से बढ़कर डेढ़ करोड़ हो गई है, जबकि मासिक राजस्व ₹82,000 करोड़ से बढ़कर ₹1.84 लाख करोड़ तक पहुँच गया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की विकास दर 11.6% तक पहुँचना यह सिद्ध करता है कि राज्य अब भारत की आर्थिक विकास की धुरी है।
मुख्य अतिथि सुरेश खन्ना का संबोधन :
मुख्य अतिथि वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने अपने उद्बोधन में कहा कि व्यापारी समाज की वर्षों पुरानी मांग थी कि ‘वन नेशन, वन टैक्स’ व्यवस्था लागू हो, जिसे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने अत्यंत कठिनाइयों का सामना करते हुए संभव कर दिखाया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी ने न केवल एक नई कर प्रणाली लागू की, बल्कि लोगों की धारणा भी बदली कि कोई नई व्यवस्था पूर्णता की ओर निरंतर विकसित हो सकती है। खन्ना ने बताया कि अब तक GST Council की 56 बैठकें हो चुकी हैं, जिनमें हर राज्य को अपनी बात रखने का पूरा अवसर दिया गया। व्यापक बहस और विमर्श के बाद टैक्स स्लैब्स को सरल बनाया गया। उन्होंने कहा कि GST Council की सहमति से जीवन बीमा प्रीमियम पर कर को शून्य प्रतिशत कर दिया गया, वहीं रोटी, ब्रेड और अन्य आवश्यक वस्तुओं पर भी टैक्स जीरो किया गया, जो प्रधानमंत्री मोदी जी की जनसंवेदनशीलता और करुणामय दृष्टि को दर्शाता है।
वित्त मंत्री ने कहा कि खाने-पीने की वस्तुओं और ₹7,500 तक के होटल कमरों पर टैक्स को 5% किया गया, जबकि 36 जीवनरक्षक दवाओं को पूरी तरह टैक्स-फ्री किया गया है। उन्होंने कहा कि इन सुधारों का उद्देश्य आम नागरिक के जीवन पर आर्थिक बोझ घटाना और उपभोक्ता-हित को सर्वोच्च प्राथमिकता देना है। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार ने सभी राज्य सरकारों की राय का सम्मान करते हुए सहमति से निर्णय लिए हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने आयकर छूट सीमा 12 लाख रुपये तक बढ़ाई, जिससे मध्य वर्ग को बड़ी राहत मिली है। उन्होंने कहा कि भारत आज जापान को पीछे छोड़कर आगे बढ़ रहा है, और यह इस बात का प्रमाण है कि सरकार की नीतियाँ आम आदमी की जरूरतों को केंद्र में रखकर बनाई जा रही हैं।
वित्त मंत्री ने कहा कि जब अमेरिका ने भारत पर टैरिफ लगाए, तब भी केंद्र सरकार ने देश के व्यापारिक हितों की रक्षा की और आत्मनिर्भरता के लक्ष्य से पीछे नहीं हटी। उन्होंने कहा कि व्यापारी देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं, इसलिए सरकार की ओर से कभी कोई ऐसा निर्देश नहीं दिया गया कि व्यापारियों को आरोपी बनाया जाए। “यदि कहीं भी ऐसी शिकायत मिले तो उसे उच्च स्तर तक पहुँचाया जाना चाहिए – मुख्यमंत्री स्वयं इस प्रक्रिया की मॉनिटरिंग करते हैं,” उन्होंने कहा। श्री खन्ना ने व्यापारियों से आग्रह किया कि अपनी दुकानों पर पुराने और नए रेट-लिस्ट दोनों प्रदर्शित करें, ताकि उपभोक्ताओं को भी जीएसटी सुधारों का लाभ सहज रूप से मिल सके। उन्होंने बताया कि आज उत्तर प्रदेश डीजल, पेट्रोल, सोना, हीरा और अफोर्डेबल हाउसिंग पर देश में सबसे कम वैट लगाने वाला राज्य है, जो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की संवेदनशील और जनोन्मुख आर्थिक नीति को प्रदर्शित करता है।
कार्यक्रम में भाजपा महानगर महामंत्री पुष्कर शुक्ला, पवन धवन, अमर नाथ मिश्रा, पूर्व दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री वीरेंद्र तिवारी, जिलाध्यक्ष विजय मौर्य, आनंद स्वरुप, सुरेश बाबू, पूर्व सांसद रीना चौधरी, शंकरी सिंह, अनिल सिंह गहलोत, राजकुमार सिंह, संजीव अवस्थी, अजीत शुक्ला, पूर्व विधायक राकेश सिंह आदि मौजूद रहे।