Varanasi: वाराणसी के 77 प्राथमिक विद्यालय अब दूर से पहचाने जा सकेंगे। विद्यालयों का कायाकल्प करके उन्हें सुविधाओं से युक्त किया जा रहा है। अब इन सरकारी स्कूल के छतों से बरसात में पानी नहीं टपकेगा और बच्चे स्मार्ट इंटरैक्टिव बोर्ड से पढ़ाई करेंगे। योगी सरकार प्राथमिक विद्यालयों को स्मार्ट बनाकर ,शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता और आधुनिकता लाने की दिशा में काम कर रही है। स्कूल की बिल्डिंग हो या शैक्षिक तकनीकी ,सरकारी स्कूल निजी और महंगे कॉन्वेंट स्कूलों को टक्कर देते दिखेंगे।
बेसिक शिक्षा अधिकारी अरविन्द पाठक ने बताया कि स्मार्ट सिटी द्वारा लगभग 12 करोड़ की लागत से जिले के 77 प्राथमिक स्कूलों का कायाकल्प किया जा रहा है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना का उद्देश्य न केवल इन विद्यालयों की भौतिक स्थिति में सुधार लाना है, बल्कि उन्हें एक आधुनिक और आकर्षक स्वरूप प्रदान करना भी है, जिससे बच्चों के लिए सीखने का माहौल और अधिक प्रेरक बन सके ,यह प्रोजेक्ट सरकारी प्राथमिक स्कूलों की छवि को बेहतर बनाएगी, जिससे अभिभावकों का विश्वास बढ़ेगा और सरकारी स्कूलों की ओर रुझान बढ़ेगा। योगी सरकार का ये विज़न शिक्षा के स्तर को उन्नत करने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा, जिससे भविष्य की पीढ़ियों को बेहतर शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।
77 विद्यालयों मे होने वाले प्रमुख कार्य
– स्मार्ट इंटरैक्टिव बोर्ड ,शिक्षक डिजिटल माध्यम से पढ़ा सकेंगे
– बिल्डिंग वॉटरप्रूफिंग
-स्कूलों की दीवारों को ‘बाला पेंटिंग’ (बिल्डिंग एज लर्निंग एड)
– स्कूलों का रंग-रोगन ,गेट और विद्यालय के नाम का बोर्ड
-जरुरत के मुताबिक अतिरिक्त क्लास रूम का निर्माण होगा
-दिव्यांगजनों के लिए शौचालय का निर्माण
-इंटरलॉकिंग का काम