उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आज सरोजिनी नगर के विधायक एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता डॉ. राजेश्वर सिंह ने भेंट की. इस अवसर पर उन्होंने मुख्यमंत्री को दीपावली की शुभकामनाएं दीं और एक विस्तृत नीति नोट प्रस्तुत किया, जिसमें लखनऊ को भारत की सबसे सतत, स्मार्ट और हरित राजधानी बनाने के लिए एक उच्च-स्तरीय पूंजी विकास समीक्षा समिति के गठन का प्रस्ताव रखा गया.
इस दौरान एमएलए डॉ. राजेश्वर सिंह ने मीडिया कर्मियों के लिए एक राज्य कल्याण कोष की स्थापना और सरोजिनी नगर में लंबित विकास परियोजनाओं की समीक्षा की मांग भी की, ताकि जनकल्याण के लिए तेजी से कार्य हो सके.
Under the dynamic, visionary & disciplined leadership of Hon’ble CM @myogiadityanath Ji, Uttar Pradesh has emerged as India’s model of good governance, security, and rapid development. His commitment to law & order, infrastructure, and welfare has transformed the State’s image… pic.twitter.com/GYc7tAKBXq
— Rajeshwar Singh (@RajeshwarS73) October 16, 2025
सीएम योगी ने मार्गदर्शन और समर्थन का दिया भरोसा
सीएम योगी ने इन सभी प्रस्तावों को सकारात्मक दृष्टिकोण से देखा और उनका स्वागत किया. उन्होंने राजेश्वर सिंह को निरंतर मार्गदर्शन और समर्थन देने की अपनी प्रतिबद्धता जताई. राजेश्वर सिंह ने मुख्यमंत्री की दूरदर्शिता, नीति निर्धारण क्षमता और राज्य के प्रति उनके समर्पण की सराहना की.
राजेश्वर सिंह के मुताबिक, यूपी आज केवल राष्ट्रीय स्तर पर ही नहीं बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी सुशासन, सुरक्षा और तेजी से विकास के मामले में एक मॉडल राज्य बनकर उभरा है. मुख्यमंत्री की नेतृत्व क्षमता और योजनाओं के क्रियान्वयन से राज्य की इमेज में उल्लेखनीय सुधार हुआ है.
स्मार्ट और ग्रीन लखनऊ का सपना होगा साकार
राजेश्वर सिंह ने उम्मीद जताई कि प्रस्तावित कमिटी और फंड के निर्माण से लखनऊ और उत्तर प्रदेश के समग्र विकास में नई गति आएगी. उन्होंने कहा कि जनता के कल्याण और विकास को ध्यान में रखते हुए सभी योजनाओं का समय पर क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाएगा. इस मुलाकात और सकारात्मक प्रतिक्रिया से यह स्पष्ट हुआ कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश का विकास और सुशासन की दिशा में निरंतर प्रगति जारी है, और राज्य हर क्षेत्र में उत्कृष्टता की मिसाल बनता जा रहा है.
यह भी पढ़े: जीवन के यथार्थ से रूबरू करती है पुस्तक अमिय: डॉ दिनेश शर्मा