Varanasi: योगी सरकार गांवों में आग की घटनाओं को रोकने के लिए अग्नि सचेतक तैयार कर रही है. साथ ही इन अग्नि सचेतकों को नौकरी पाने का मौका भी दे रही है. इसके लिए उन्हें दो वर्षों तक अपने क्षेत्र में अग्नि सचेतक के रूप में सक्रिय रहना पड़ेगा. इसके बाद उन्हें बड़े शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, मॉल, ऊंची और बड़ी इमारतों में प्राइवेट फायर मैन की नौकरी मिल सकती है. अग्नि सचेतक ग्रामीण क्षेत्रों में लगने वाली आग की सूचना देने के साथ ही फौरी तौर पर मददगार साबित होते हैं. वाराणसी में 845 अग्नि सचेतक उत्तर प्रदेश अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवा विभाग से जुड़कर काम कर रहे हैं. मुख्य अग्निशमन अधिकारी आनंद सिंह राजपूत ने बताया कि वाराणसी में 8 विकास खंड हैं.
प्रत्येक विकास खंड से 100-100 वॉलेंटियर अग्नि सचेतक के रूप में नियुक्त करने का लक्ष्य था, लेकिन युवाओं के उत्साह के चलते ये संख्या 845 से अधिक पहुंच गई है. उन्होंने बताया कि अग्नि सचेतकों को 1 महीने का प्रशिक्षण देने के बाद सर्टिफिकेट दिया जाता है. लगातार 2 वर्षों तक सक्रिय रूप से काम करने वाले अग्नि सचेतक को सरकार प्राइवेट नौकरी भी दिलाने का काम कर रही है. मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने बताया कि सरकार के नियमानुसार ऐसे अग्नि सचेतक या फायर वॉलंटियर को मॉल ,बड़े शॉपिंग काम्प्लेक्स और ऊँची इमारतों के मालिकों द्वारा फायरमैन के पद पर नियुक्त करने में वरीयता दी जाती है.
अग्नि सचेतकों को उत्तर प्रदेश अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवा के व्हाट्सऐप ग्रुप के माध्यम से समय -समय पर अग्निशमन सम्बंधित वीडियो शेयर किया जाता है, जिससे अग्नि सचेतक आधुनिक उपकरणों और नई तकनीक से आग काबू पाने में दक्ष हो जाएं. ये वॉलंटियर ग्रामीण क्षेत्र के अन्य लोगों को भी जागरूक करते रहते हैं. मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने बताया कि यह प्रशिक्षण आगे भी चलता रहेगा, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में और लोग भी प्रशिक्षित हो सकें.