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Varanasi: योगी सरकार विकास के साथ ही जान-माल की सुरक्षा पर भी विशेष ध्यान दे रही है। अग्निकांड और मुश्किल में फंसे लोगों को रेस्क्यू करके 2024 में 1039 लोगों की जान बचाई गई, जबकि वर्ष 2025 में अबतक 366 से अधिक लोगों की जान बचाई गई है। डबल इंजन सरकार द्वारा शहर के मूलभूत ढांचे में सुधार, अग्निशमन विभाग द्वारा जवानों के प्रशिक्षण,उपकरणों के आधुनिकीकरण से रिस्पांस टाइम कम किया गया है। आग और रेस्क्यू पर त्वरित कार्रवाई करते हुए मनुष्यों के साथ ही पशुओं के जान की भी रक्षा कर रहा है। अग्निशमन विभाग वर्ष 2023 के मुकाबले अपने रिस्पांस टाइम में 9 मिनट की कमी दर्ज की है।
मुख्य अग्निशमन अधिकारी आनंद सिंह राजपूत ने बताया कि फायर स्टेशन की स्थापना में वृद्धि , उपकरणों का आधुनिकीकरण और शहर के विकास के कारण इंफ्रास्ट्रचर तथा यातायात में तेजी से सुधार ने अग्निशमन और आपात सेवा के रिस्पांस टाइम में कमी लाई है।
तीन वर्ष में 9 मिनट कम हुआ रिस्पांस टाइम
वर्ष 2023 में औसत रिस्पांस टाइम 21 मिनट था। जो 2024 में घट कर औसत रिस्पांस टाइम 17 मिनट हो गया और अब 2025 में औसत रिस्पांस टाइम 12 मिनट का हो गया है। मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने बताया कि अग्निकांड या अन्य आपातकाल में हर सेकंड कीमती होता है।आग या मुसीबत में फंसे लोगों के बारे में सही समय पर सूचना मिल जाने पर अधिक से अधिक लोगों के जीवन को बचाया और उनके जान-माल की रक्षा की जा सकती है।
वर्ष 2024 में अग्निकांड की सूचना और बचाई गई जान
मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने बताया कि आग की घटनाओं में 734 सूचनाओं में से दमकल विभाग को 717 सत्य सूचनाएं मिली थीं। इस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए अग्निशमन विभाग ने 10 मनुष्यों की जान बचाई।
वर्ष 2024 में रेस्क्यू काल और बचाई गई जान
वर्ष 2024 में अग्निशमन विभाग को 875 रेस्क्यू काल मिले थे, इस सूचना पर त्वरित कार्यवाही करते हुए फायर ब्रिगेड ने 955 लोगों और 74 पशुओं की जान बचाई है। जबकि 17 मनुष्य और 10 पशुओं की जान गई है।
वर्ष 2025 में अग्निकांड और रेस्क्यू कॉल और जीवों की रक्षा
-अग्नि और रेस्क्यू काल -682
-जीवों की बचाई गई जान -366
-मनुष्यों की बचाई गई जान -339
-पशुओं की बचाई गई जान -27
फायर स्टेशन की वृद्धि से भी कम हुआ रिस्पांस टाइम
वाराणसी जिले में 7 फायर स्टेशन काम कर रहा है। जिसमे दो अस्थाई तौर पर स्थापित है। शहरी क्षेत्र में भेलूपुर ,चेतगंज और कोतवाली में फायर स्टेशन है। श्री काशी विश्वनाथ धाम में अलग से फायर स्टेशन स्थापित है। वाराणसी में औद्योगिक और ग्रामीण क्षेत्र की पिंडरा तहसील में फायर स्टेशन है। अस्थाई तौर पर ग्रामीण क्षेत्र के रोहनिया और चोलापुर में फायर स्टेशन बनाए गए हैं। (हर साल गर्मी में अस्थाई बनता है)। वाराणसी के ग्रामीण क्षेत्रों में तीन और फायर स्टेशन प्रस्तावित हैं। इसमें से एक राजातालाब खजूरी के लिए फायर स्टेशन पास हो चुका है। कुरु और सारनाथ में प्रस्तावित है।