Varanasi: काशी आने वाले सैलानी यहां की संस्कृति और परंपरा के अनकूल नया अनुभव और सुखद अहसास लेकर जाएं, इसके लिए योगी सरकार पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों को सॉफ्ट स्किल का विशेष प्रशिक्षण दिलाएगी. भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंध संस्थान (इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टूरिज्म एंड ट्रेवल मैनेजमेंट) नाविकों, वेंडर्स, गाइड, टूर एंड ट्रेवल्स, पेइंग गेस्ट, ऑटोरिक्शा चालक आदि को ट्रेनिंग देगा.
इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य भारतीय और विदेशी पर्यटकों के साथ बेहतर व्यवहार करने का सलीका सिखाना है, जिससे काशी आने वाले पर्यटकों को सुखद अहसास और यादगार अनुभव मिल सके. काशी जितनी प्राचीन है, उतनी ही और प्रगतिशील भी है। पिछले एक दशक में काशी ने मूलभूत ढांचे में सुधार करके पर्यटकों को लगातार आकर्षित किया है. काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, यहां की बेहतर कनेक्टिविटी (हवाई ,रेल और सड़क मार्ग) और बेहतर कानून व्यवस्था के कारण बनारस पर्यटकों की पहली पसंद बनता जा रहा है.
उपनिदेशक पर्यटन राजेंद्र रावत (Rajendra Rawat) ने बताया कि काशी में बड़ी तादाद में घरेलू के साथ ही विदेशी पर्यटक भी आते हैं. उनको विश्वस्तरीय सुविधा मिले, वे यहां से बेहतर अनुभव लेकर जाएं, इसके लिए इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टूरिज्म एंड ट्रेवल मैनेजमेंट (आईआईटीटीएम) के विशेषज्ञों द्वारा नाविकों ,वेंडर्स, हेंडीक्राफ्ट के विक्रेता,गाइड, ऑटो रिक्शा चालक ,टूर एंड ट्रेवल से जुड़े लोग, पेइंग गेस्ट संचालक आदि सभी पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगो को ट्रेनिंग दिलाया जायेगा.
यह प्रशिक्षण काशी के पर्यटन उद्योग के लिए गेमचेंजर साबित होगा. यह न केवल पर्यटकों के अनुभव को बढ़ाएगा, बल्कि स्थानीय समुदायों के लिए आर्थिक समृद्धि भी लाएगा और काशी को विश्व स्तर पर प्रमुख पर्यटन गंतव्य के रूप में स्थापित करने में मदद करेगा.