Dhiraj Sahu Raid: आयकर विभाग ने ओडिशा के बलांगीर में कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू से जुड़े स्थानोंस से भारी मात्रा में कैश की बरामदगी की है. कैश की मात्रा करीब 300 करोड़ से अधिक बताई जा रही है. छापेमारी लगातार जारी है. अनुमान जताया जा रहा है कि कांग्रेस सांसद के घर से 500 करोड़ रुपये से अधिक कैश की बरामदगी हो सकती है. इन सब के बीच भारतीय जनता पार्टी ने रविवार को कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू से जुड़े स्थानों पर भारी मात्रा में नकदी की बरामदगी को लेकर राहुल गांधी पर निशाना साधा और कहा कि कानून उन्हें जवाबदेह ठहराएगा और उनका पीछा नहीं छोड़ेगा.
दरअसल, आयकर विभाग ने ओडिशा के बलांगीर में साहू के भाई के स्वामित्व वाली डिस्टिलरी कंपनी के परिसर से ₹300 करोड़ से अधिक नकदी बरामद की है. पिछले 5 दिनों से ये छापेमारी की जा रही है, आज सुबह नई पैसे गिनने वाली लाई गईं.
राहुल गांधी पर बीजेपी ने साधा निशाना
कांग्रेस और कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “बंधु जवाब तो देना पड़ेगा, तुमको भी और तुम्हारे नेता राहुल गांधी को भी. ये नया भारत है, यहाँ पर राजपरिवार के नाम पर जनता का शोषण नहीं करने दिया जाएगा. भागते भागते थक जाओगे, लेकिन क़ानून पीछा नहीं छोड़ेगा. अगर कांग्रेस भ्रष्टाचार की गारंटी है तो मोदी जी भ्रष्टाचार पर कार्यवाही की गारंटी है, जनता की लूटी हुई पाई- पाई लौटानी पड़ेगी.”
केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी का कांग्रेस पर हमला
इस मामले में केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने इस मामले को लेकर कांग्रेस को घेरा. उन्होंने कहा कि मैं राहुल गांधी से पूछना चाहता हूं कि वह धीरज साहू के खिलाफ आयकर छापे पर चुप क्यों हैं? आप हमेशा आयकर विभाग की आलोचना करते हैं लेकिन अब चुप क्यों हैं?
जानकारी दें कि आयकर विभाग ने बौध डिस्टिलरीज प्राइवेट लिमिटेड के परिसर से ₹300 करोड़ से अधिक की रकम बरामद की है. उम्मीद जताई जा रही है कि जब्ती की कुल राशि ₹350 करोड़ से अधिक हो सकती है. कुछ अधिकारियों का कहना है कि ये राशि 500 करोड़ तक भी हो सकती है. बता दें कि साहू परिवार डिस्टिलरी कंपनी का मालिक है, जो देशी शराब बनाती है. विभाग ने शराब कारोबारी के साथ-साथ उससे जुड़े लोगों के परिसरों और घरों की भी तलाशी ली है.
आपको बता दें कि धीरज साहू झारखंड से राज्यसभा सदस्य हैं. शराब वितरकों, विक्रेताओं और व्यापारिक समूहों द्वारा महत्वपूर्ण “आउट ऑफ बुक” बिक्री और नकद प्रेषण के संबंध में “कार्रवाई योग्य खुफिया जानकारी” के बाद छापेमारी शुरू की गई थी. ₹300 करोड़ में से ₹250 करोड़ बोलांगीर में कंपनी के परिसर में कई अलमारियों से बरामद किए गए.
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