जुलाई 2025 के CPI डेटा में खुदरा महंगाई दर 1.55% दर्ज हुई, जो पिछले 8 वर्षों में सबसे कम है. खाने-पीने की वस्तुओं की कीमतों में गिरावट से आम जनता को बड़ी राहत मिली. खाद्य महंगाई दर 2019 के बाद न्यूनतम स्तर पर पहुंची.
कोविड-19 महामारी के बाद भारत में आर्थिक असमानता के मुद्दे पर गहन बहस छिड़ी हुई है. विपक्षी दलों सहित आलोचक अक्सर अडानी ग्रुप और रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसे कॉर्पोरेट दिग्गजों की बढ़ती संपत्ति की ओर इशारा करते हुए तर्क देते...