इंटरनेट के इतिहास का सबसे बड़ा डेटा लीक! 16,000 करोड़ पासवर्ड चोरी, CERT-In ने जारी किया अर्जेंट एडवाइजरी

Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Massive password leak: आज के समय में कोई ऑफिस का काम हो या बैंक का सभी ऑनलाइन किए जा रहे है, ऐसे में यदि एक सुबह आप सो कर उठे और आपको पता चले कि आपके Gmail, Instagram, बैंक अकाउंट और यहां तक कि Netflix का पासवर्ड भी डार्क वेब पर बिक रहा है, तो… बता दें कि ये कोई फिल्मी कहानी नहीं, बल्कि इंटरनेट की अब तक की सबसे बड़ी हकीकत है.

दरअसल, एक रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ दिनों के अंदर ही 16 बिलियन से अधिक लॉग-इन और पासवर्ड लीक हो चुके हैं. इस घटना को साइबर एक्सपर्ट्स ने “इंटरनेट इतिहास का सबसे बड़ा डेटा ब्रीच” करार दिया है.

पुराना नहीं अभी-अभी लीक हुआ डेटा

रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस बार मामला सिर्फ पुराने हैक हुए डेटा तक सीमित नहीं है, बल्कि लेटेस्ट इंफोस्टीलर मालवेयर ने धीरे-धीरे यूज़र्स के डिवाइसेज़ से पासवर्ड, सेशन कुकीज़, ऑथेंटिकेशन टोकन और अन्य निजी जानकारी चुराई है और वो भी बिना किसी अलार्म के. दरअसल, यह एक “स्लो बर्न” अटैक था, जो कई सालों से चुपचाप डेटा इकट्ठा कर रहा था.

कौन-कौन प्रभावित?

बता दें कि Apple, Google, Facebook, Telegram, GitHub, VPN सर्विसेज और कई पर्सनल-प्लेटफॉर्म्स इस लीक की चपेट में आ चुके हैं. ऐसे में India के CERT-In (Computer Emergency Response Team – India) ने भी इस खतरे को गंभीर मानते हुए एक अर्जेंट एडवाइजरी (CTAD-2025-0024) जारी की है, जिसमें स्‍पष्‍ट रूप से कहा गया है कि लाखों भारतीय यूजर्स की निजी जानकारी भी लीक हो चुकी है.

कैसे लीक हुआ डेटा?

  • मालवेयर ने ब्राउज़र और लोकल फाइल्स से चुराए गए पासवर्ड
  • गलत कॉन्फ़िगरेशन के कारण कई डेटाबेस हुए पब्लिकली एक्सपोज
  • मल्टी-फैक्टर ऑथेंटिकेशन नहीं होने से आसान बना अकाउंट हैक

वहीं, इस डेटा लीक को जो और भी खतरनाक बनाती है, वो है “फ्रेश डेटा का शामिल होना”. यानी यह डेटा सिर्फ पुरानी लीक का हिस्सा नहीं, बल्कि अभी हाल में चुराया गया है.

तुरंत करें ये काम

ऐसे में CERT-In और साइबर विशेषज्ञों के मुताबिक, अभी भी कुछ कदम उठाकर आप अपनी डिजिटल पहचान को सुरक्षित कर सकते हैं, जैसे:-

  • तुरंत सभी जरूरी अकाउंट्स (बैंकिंग, सोशल मीडिया, ईमेल) के पासवर्ड बदलें
  • हर प्लेटफॉर्म पर अलग-अलग और मजबूत पासवर्ड रखें
  • मल्टी-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (MFA) ऑन करें
  • फिशिंग ईमेल या लिंक से सतर्क रहें
  • पासवर्ड मैनेजर का इस्तेमाल करें, लेकिन भरोसेमंद ही चुनें

आपको बता दें कि आज के डिजिटल दुनिया में हमारी पहचान सिर्फ नाम या फोटो से नहीं, बल्कि पासवर्ड से होती है. ऐसे में जब यही पासवर्ड लीक हो जाए, तो आपकी पहचान, आपकी संपत्ति और आपका सम्मान… सब कुछ खतरे में आ सकता है. इसलिए समय रहते सावधान हो जाए.

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