Belpatra ke Totke: घंटे भर में पूरी होगी मनोकामना, बेलपत्र के पेड़ के नीचे चुपके से करें ये उपाय

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Belpatra ke Totke: भगवान शिव का सबसे प्रिय महीना सावन चल रहा है. चारों तरफ शिव भक्ति की धुन सुनाई दे रही है. हिंदू धर्म में भगवान शिव को बहुत ही दयालु देवता बताया गया है. ऐसी मान्यता है कि जो भक्त सच्चे मन से भगवान शिव की पूजा आरधना करता है, उसके जीवन में कभी किसी चीज की कमी नहीं होती है.

कभी कभी हम सभी के जीवन में ऐसी मुसीबत आ जाती है, जिससे हमें तुरंत निजात पाने की आवश्यकता होती है. इसके लिए हम सभी देवी-देवताओं को याद करते हैं. फिर हमारा दिमाग हड़बड़ाहट के चलते काम करना बंद कर देता है. ऐसे में यदि आपके भी लाइफ में कभी कभी कोई बड़ी समस्या उत्पन्न हो जाती है और उससे आप तत्काल छुटकारा पाना चाहते हैं, तो आज हम आपको कुछ ऐसे चमत्कारी उपाय बता रहे हैं, जिसे करने से आपकी परेशानी कुछ ही घंटे में समाप्त हो जाएगी. आइए जानते हैं इन चमत्कारी उपायों के बारे में…

धार्मिक मान्यतानुसार भगवान शिव को बेलपत्र बहुत प्रिय है. इसलिए उनकी पूजा में बेलपत्र अवश्य चढ़ाया जाता है. ऐसी मान्यता है कि बेलपत्र के तीन पत्ते त्रिदेव का प्रतीक है. तीन पत्ते वाले बेलपत्र में सत, रज और तम तीनों गुण होते हैं. जिस घर में बेलपत्र का वृक्ष होता है, वहां मां लक्ष्मी का साक्षात वास होता है. इतना ही नहीं बेलपत्र के वृक्ष के नीचे वाले स्थान को काशी के तीर्थ के समान माना गया है.

3 घंटे में पूरी होगी मनोकामना
यदि आपके सामने अचानक ऐसी परिस्थिति आ जाए, जिसका निराकरण तत्काल संभव है तो आप अपने घर के आस-पास स्थिति ऐसे शिव मंदिर में जाएं, जहां पर बेलपत्र का पेड़ हो. बेलपत्र के वृक्ष के नीचे किसी भी कंकड़ को भगवान शंकर का स्वरूप मानकर पूजा करें. इस कंकड़ पर एक साबित चावल या मूंग का दाना चढ़ाते हुए एक लोटा जल अर्पित करें. साथ ही भगवान शंकर से अपनी समस्या को बताएं. ऐसा करने से भगवान शंकर की कृपा से आपकी मनोकामना दो-तीन घंटे में समाप्त हो जाएगी.

बेलपत्र के नीचे रखें शिवलिंग
पवित्र सावन माह में बेलपत्र के पेड़ के नीचे शिवलिंग रख कर पूजा करना बहुत शुभ माना जाता है. ऐसी मान्यता है कि बेलपत्र के पेड़ में भगवान स्वंभू का वास होता है. इसलिए बेलपत्र के नीचे शिवलिंग स्थापित कर भगवान शंकर की पूजा करने से भगवान शिव की विशेष कृपा मिलती है और हमारी मनचाही मुराद पूरी हो जाती है.

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(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और विभिन्न जानकारियों पर आधारित है. The Printlines इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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