‘योग मानवता के लिए भारत का शाश्वत उपहार’, भारतीय हाई कमीशन और UN पीस कीपिंग मिशन ने योग कार्यक्रम के लिए मिलाया हाथ

Aarti Kushwaha
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Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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11th International Yoga Day: भारतीय उच्चायोग ने साइप्रस में संयुक्त राष्ट्र शांति सेना (UNFICYP) के साथ मिलकर निकोसिया में 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (IDY) 2025 से पहले एक कार्यक्रम में भागीदारी की. इस कार्यक्रम का मुख्‍य विषय था ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग’. यह कार्यक्रम निकोसिया में UNFICYP मुख्यालय हैंगर में आयोजित किया गया, जिसमें न केवल एक स्वास्थ्य अभ्यास के रूप में बल्कि शांति और कूटनीति के सेतु के रूप में भी योग की प्रासंगिकता को पुष्ट किया गया.

इस समारोह में भारत के उच्चायुक्त मनीष और कार्यवाहक बल कमांडर कर्नल पैट्रिक एंड्रयू एलन, ओबीई, जो चीफ ऑफ स्टाफ के रूप में भी कार्य करते हैं, सहित गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया. वहीं, UNFICYP में तैनात भारतीय सेना अधिकारी मेजर धर्मपाल सिंह ने इस कार्यक्रम के समन्वय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उन्होंने उच्चायोग और UNFICYP के बीच निर्बाध संचार की सुविधा प्रदान की और परिचालन व्यवस्थाओं का प्रबंधन किया.

योग मानवता के लिए भारत का शाश्वत उपहार

इस दौरान उच्‍चायुक्‍त ने कहा कि योग मानवता के लिए भारत का शाश्वत उपहार है – शरीर, मन और आत्मा को एकजुट करना. अंतर्राष्ट्रीय शांति स्थापना समुदाय द्वारा इसे अपनाना उच्च दबाव वाले वातावरण में भी शारीरिक स्वास्थ्य और मानसिक सद्भाव को बढ़ावा देने में योग की वैश्विक प्रासंगिकता का प्रतिबिंब है. उन्‍होंने कहा कि इस योग कार्यक्रम ने एक गहरे संदेश को रेखांकित किया. मानसिक लचीलापन, तनाव प्रबंधन, शारीरिक फिटनेस और आंतरिक संतुलन को बढ़ावा देने के लिए शांति स्थापना क्षेत्र में योग का एकीकरण-संघर्ष और संघर्ष के बाद के क्षेत्रों में तैनात कर्मियों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण गुण.

मनोबल और मिशन की तत्परता होती है मजबूत

वहीं, कर्नल पैट्रिक एंड्रयू एलन ने कहा कि हमारे कर्मियों पर शारीरिक और मानसिक मांगें अद्वितीय हैं. योग को दैनिक दिनचर्या में शामिल करने से मनोबल और मिशन की तत्परता दोनों को मजबूत करने की क्षमता है. ऐसे में UNFICYP की लॉरेन मैकलिस्टर और लेफ्टिनेंट पेट्रा विटाज़ोवा ने इस पहल की सराहना की. उन्‍होंने कहा कि इस कार्यक्रम ने विविध पृष्ठभूमियों से आए शांति सैनिकों को माइंडफुलनेस और शारीरिक गतिविधि के साझा अनुभव के माध्यम से जुड़ने का एक सार्थक अवसर प्रदान किया.

मानसिक स्पष्टता और टीम सामंजस्य पर दिया गया जोर

इस दौरान उन्‍होंने इस बात पर जोर दिया कि इस तरह के कार्यक्रम मांग वाले परिचालन वातावरण में मानसिक स्पष्टता और टीम सामंजस्य को बढ़ाने के लिए आवश्यक हैं. बता दें कि इस कार्यक्रम में साइप्रस के प्रोफेशनल योग एसोसिएशन (वाईपीए) के एक प्रमाणित प्रशिक्षक के नेतृत्व में लाइव योग प्रदर्शन भी शामिल था, साथ ही शांति सैनिकों और मिशन कर्मचारियों ने भी सक्रिय भागीदारी की.

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