Afghanistan Earthquake : एक बार फिर भारत के पड़ोसी देश अफगानिस्तान में भूकंप आया है. ऐसे में नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के एक बयान के अनुसार, अफगानिस्तान में 4.1 तीव्रता का भूकंप आया. बता दें कि भूकंप 10 किमी की कम गहराई पर आया, जिससे आफ्टरशॉक्स की संभावना बढ़ गई.
प्राप्त जानकारी के अनुसार कम गहराई वाले भूकंप आमतौर पर गहरे भूकंपों की तुलना में अधिक खतरनाक होते हैं. ऐसा माना जाता है कि कम गहराई वाले भूकंपों से निकलने वाली भूकंपीय तरंगों को सतह तक पहुंचने के लिए कम दूरी तय करनी पड़ती है, जिसके कारण जमीन में तेज कंपन होता है और गंभीर रूप से इमारतों को नुकसान पहुंचा सकता है और अधिक लोग हताहत होते हैं. इससे पहले एक और भूकंप 22 किमी की गहराई पर इसी क्षेत्र में आया था.
अफगानिस्तान में शक्तिशाली भूकंप
बता दें कि इस देश में अक्सर भूकंप आते रहते हैं, विशेष रूप से हिंदू कुश क्षेत्र में, जो एक अत्यधिक सक्रिय भूकंपीय क्षेत्र में स्थित है. कुछ ही दिनों उत्तरी अफगानिस्तान में आए 6.3 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप के बाद आए हैं. इस लेकर अफगान अधिकारियों का कहना है कि उस भूकंप में कम से कम 27 लोग मारे गए थे और सैकड़ों घायल हुए थे. इस झटके से देश की सबसे प्रतिष्ठित मस्जिदों में से एक को भी नुकसान पहुंचा था. इसका प्रभाव काफी हद तक बढ़ भी गया था.
भूकंप और भूस्खलन से संवेदनशील अफगानिस्तान
ऐसे में संयुक्त राष्ट्र मानवीय मामलों के समन्वय कार्यालय (UNOCHA) ने कहा कि अफगानिस्तान भूकंप, भूस्खलन और मौसमी बाढ़ सहित प्राकृतिक आपदाओं के प्रति अत्यधिक संवेदनशील बना हुआ है. बता दें कि बार-बार आने वाले झटके उन समुदायों के लिए स्थिति को और खराब कर देते हैं जो पहले से ही दशकों के संघर्ष और सीमित विकास से जूझ रहे हैं.
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