Islamabad: पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा मुहम्मद आसिफ ने कहा है कि उनका देश अब अफगान धरती से आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा. एक रिपोर्ट के मुताबिक आसिफ ने नेशनल असेंबली में कड़ा संदेश देते हुए अफगानिस्तान को अपने देश का नंबर एक दुश्मन भी घोषित कर दिया. अब आसिफ के इस बयान से पाकिस्तान ने इस कहानी में एक नया मोड़ जोड़ दिया है.
अफगान विदेश मंत्री की नई दिल्ली यात्रा से भी नाराज है पाकिस्तान
बता दें, कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान के रिश्ते अक्सर टकराव और सस्पेंस की कहानियों से भरे रहे हैं. ऐसे में पाकिस्तान अफगान विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी की नई दिल्ली यात्रा से भी नाराज है. आसिफ ने कहा कि पाकिस्तान ने वर्षों तक लाखों अफगानों को रहने की अनुमति देकर बहुत ज्यादा दयालुता दिखाई लेकिन इस उदारता का बदला विश्वासघात से चुकाया गया. उनके अनुसार कई अफगान पाकिस्तान में रहते हुए व्यवसाय चला रहे हैं और कुछ अफगान तालिबान के सदस्य, जिनके परिवार पाकिस्तान में हैं, तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) जैसे समूहों की मदद कर रहे हैं.
वे नहीं कहते पाकिस्तान जिंदाबाद
रक्षा मंत्री ने अफगान निवासियों पर पाकिस्तान के प्रति वफादारी न दिखाने का आरोप लगाते हुए कहा कि सफल जीवन और व्यवसाय बनाने के बावजूद वे पाकिस्तान जिंदाबाद नहीं कहते. खासतौर पर बिना कानूनी दस्तावेज वाले लोगों को उन्होंने देश में बढ़ते आतंकवादी हमलों का जिम्मेदार बताया. उन्होंने यह भी कहा कि अगस्त 2021 में तालिबान के सत्ता में आने के बाद से सीमा पार आतंकवाद में तेजी आई है. ख्वाजा आसिफ ने बताया कि पाकिस्तान ने तीन साल पहले काबुल की अपनी यात्रा में अफगान तालिबान से सीमा पार आतंकवाद के मुद्दे पर चर्चा की थी लेकिन अफगान अधिकारियों की प्रतिक्रिया अस्पष्ट और कुछ भी उस मीटिंग से नहीं निकला.
जमीन पर लगभग 6,000-7,000 लोग पाकिस्तान के लिए खतरा
उनका कहना है कि पाकिस्तान ने अफगान अधिकारियों को चेताया था कि उनकी जमीन पर लगभग 6,000-7,000 लोग पाकिस्तान के लिए खतरा हैं. आसिफ ने यह भी दावा किया कि अफगान अधिकारियों ने इन समूहों को पश्चिमी अफगानिस्तान में ले जाने के लिए पैसे का सुझाव दिया था. उन्होंने तालिबान को चेतावनी दी कि पाकिस्तान का धैर्य खत्म हो रहा है, क्योंकि आतंकवादी अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल करके पाकिस्तान पर हमला कर रहे हैं. नेशनल असेंबली में आसिफ ने साफ कहा है कि बसए बहुत हो गया. पाकिस्तान अब उन लोगों को बर्दाश्त नहीं करेगा जो आतंकवादियों को छुपाते हैं या उनकी मदद करते हैं. चाहे वे पाकिस्तान या अफगानिस्तान में हों.
जल्द ही वरिष्ठ प्रतिनिधिमंडल भेजा जाए काबुल
मंत्री ने यह भी कहा कि पाकिस्तान तत्काल कूटनीतिक कार्रवाई करेगा. उनका सुझाव है कि जल्द ही वरिष्ठ प्रतिनिधिमंडल काबुल भेजा जाए ताकि अफगान सरकार से अपने क्षेत्र में सक्रिय आतंकवादी समूहों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की जा सके. आसिफ की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब डूरंड रेखा पर तनाव बढ़ रहा है और दोनों देशों ने कथित तौर पर गोलीबारी और हवाई हमले किए हैं.
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