Ali Amin Gandapur: पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर ने सोमवार को प्रांतीय बजट सत्र के दौरान पाकिस्तान के शहबाज सरकार पर बड़ा आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि देश की संघीय सरकार उनके प्रांत में आपातकाल लगाने की साजिश कर रही है. लेकिन वो ऐसी किसी भी साजिश को सफल नहीं होने देंगे.
उन्होंने कहा कि यदि पूर्व प्रधानमंत्री (इमरान खान) अभी आदेश दे दें तो मैं तुरंत अपनी सरकार भंग कर दूगां. मैं अपने नेता से यह अधिकार किसी और को नहीं छीनने दूंगा.” बता दें कि खान पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख हैं, जिस पार्टी से गंदापुर ताल्लुक रखते हैं.
सीएम गंडापुर ने प्रांतीय गवर्नर पर लगाया ये आरोप
इतना ही नहीं, मुख्यमंत्री गंडापुर ने प्रांतीय गवर्नर फैसल करीम कुंडी पर भी आरोप लगाया कि उन्होंने बजट सत्र के सारांश पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया, जिसमें प्रांत में वित्तीय आपातकाल पैदा करने की योजना का सुझाव दिया गया था. इस दौरान सीएम ने जोर देकर कहा कि वित्त वर्ष 2025-26 के लिए बजट पारित करना एक संवैधानिक दायित्व है और “कोई भी पीटीआई की सहमति के बिना इस विधानसभा को भंग नहीं कर सकता.”
खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री ने विलय किए गए जिलों के लिए धन रोकने और प्रांत के तंबाकू कर हिस्से को छीनने के लिए सरकार की आलोचना की और इसे “18वें संशोधन का उल्लंघन” करार दिया. इस दौरान उन्होंने चेतावनी दी कि महासंघ को या तो संशोधन को निरस्त करना चाहिए या प्रांत का उचित हिस्सा वापस करना चाहिए.
बजट पारित होने से रोकने की कोशिश में सरकार
उन्होंने कहा कि “शक्तिशाली लोगों को पता होना चाहिए, अगर उन्हें लगता है कि उन्हें जवाबदेह नहीं ठहराया जाएगा, तो वे गलत हैं. उन्हें इस दुनिया और परलोक में न्याय का सामना करना पड़ेगा. सीएम ने दावा किया कि सरकार जानबूझ की इमरान खान के बैठकों में बाधा डाल रही है और बजट पारित होने से रोकने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि खान को प्रांत का बजट पेश करना चाहते थे लेकिन उन्हें उनसे मिलने नहीं दिया जा रहा है.
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