America-Taiwan : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन ने चीन को बड़ा झटका दिया और ताइवान को लेकर बड़ा फैसला किया है. ट्रंप प्रशासन ने घोषणा करते हुए कहा कि ताइवान को 10 अरब डॉलर से अधिक के हथियारों की बिक्री के एक बड़े पैकेज देगा. बता दें कि हथियारों के पैकेज में मीडियम-रेंज मिसाइलें, हॉवित्जर और ड्रोन शामिल हैं. ऐसे में अमेरिका के इस फैसले से चीन भड़कना तय माना जा रहा है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार अमेरिकी विदेश विभाग ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेशनल टेलीविजन पर दिए गए भाषण के दौरान हथियारों की बिक्री लेकर घोषणा की है. इस मामले को लेकर विदेश विभाग का कहना है कि ये बिक्री अमेरिका के राष्ट्रीय, आर्थिक और सुरक्षा हितों को पूरा करती है. इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि हथियारों की बिक्री से ताइवान की सुरक्षा बेहतर होगी.
ताइवान की आत्मरक्षा में मदद कर रहा अमेरिका
ऐसे में संघीय कानून के तहत, अमेरिका ताइवान को उसकी आत्मरक्षा में मदद करने के लिए बाध्य है, माना जा रहा है कि यह एक ऐसा मुद्दा है जो चीन के साथ तेजी से विवादित होता जा रहा है, जिसने जरूरत पड़ने पर ताइवान को बलपूर्वक लेने की कसम खाई है. बता दें कि चीन अक्सर ताइवान के पास बड़े स्तर पर सैन्य अभ्यास करता है.
हथियारों की बिक्री के समझौते में शामिल
इसके साथ ही हथियारों की बिक्री के समझौते में 82 हाई-मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम, या HIMARS या ATACMS शामिल हैं. जानकारी के मुताबिक, ये वो हथियार हैं जो बाइडेन प्रशासन के दौरान अमेरिका यूक्रेन को रूस से बचाव के लिए दे रहा था. इस बिक्री में 60 सेल्फ-प्रोपेल्ड हॉवित्जर सिस्टम और संबंधित उपकरण भी शामिल हैं, जिनकी कीमत भी 4 अरब डॉलर से ज्यादा है.
इसे भी पढ़ें :- ओमान में PM मोदी बोले- ‘भारत-ओमान की प्रगति को नई दिशा देगी ये समिट, मैं यहां मिनी इंडिया देख रहा’

