Axiom Mission 4: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी (NASA) भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के साथ मिलकर एक ऐतिहासिक निजी अंतरिक्ष मिशन लॉन्च करने जा रही है, जिसका नाम Axiom Mission 4 (Ax-4) है. यह मिशन Axiom Space कंपनी द्वारा संचालित किया जा रहा है, जो 10 जून, दिन मंगलवार की सुबह 8:22 बजे (स्थानीय समयानुसार) फ्लोरिडा के केनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च होगा.
बता दें कि इस मिशन में भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला शामिल होंगे, जो पायलट की भूमिका निभाएंगे. यह पहली बार है जब कोई ISRO अंतरिक्ष यात्री अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) तक एक निजी मिशन में जाएगा.
दो सप्ताह तक चलेगा यह मिशन
दरअसल, Ax-4 मिशन SpaceX के फाल्कन 9 रॉकेट से लॉन्च होगा और नई ड्रैगन अंतरिक्ष यान के माध्यम से चालक दल को अंतरिक्ष स्टेशन तक पहुंचाया जाएगा. वहीं, ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट का डॉकिंग बुधवार की दोपहर 12:30 बजे तय किया गया है. नासा के मुताबिक, यह मिशन लगभग दो सप्ताह तक चलेगा, जिसमें चालक दल विज्ञान से जुड़े प्रयोग, शैक्षणिक कार्यक्रम और वाणिज्यिक गतिविधियों को अंजाम देगा.
इस मिशन में शामिल होंगे चार अंतरिक्ष यात्री
NASA, ISRO, और Axiom Space के बीच यह गहरा सहयोग पांच संयुक्त विज्ञान परियोजनाओं और दो STEM (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) से जुड़े इन-ऑर्बिट प्रयोगों के जरिए भी दिखेगा. वहीं, इस मिशन में कुल चार अंतरिक्ष यात्री शामिल होंगे और इसकी कमान पूर्व NASA अंतरिक्ष यात्री और Axiom Space में मानव अंतरिक्ष उड़ान की निदेशक पेगी व्हिटसन के पास होगी. वहीं शुभांशु शुक्ला पायलट के रूप में शामिल होंगे, जबकि पोलैंड के ESA (यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी) परियोजना अंतरिक्ष यात्री स्लावोश उज्नान्स्की विस्नेवस्की और हंगरी के टिबोर कापू मिशन स्पेशलिस्ट होंगे. इस मिशन के साथ ही पोलैंड और हंगरी के अंतरिक्ष यात्री पहली बार अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर रुकेंगे.
नासा निभाएगा इस मिशन की पूरी जिम्मेदारी
रिपोर्ट के मुताबिक, इस मिशन की जिम्मेदारी अंतरिक्ष यान के स्टेशन के पास पहुंचने के समय से लेकर पूरे प्रवास और वापसी तक नासा निभाएगा. इस मिशन को लेकर अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट किया है. इस दौरान उन्होंने लॉन्च की तारीख और समय की पुष्टि के साथ ही इससे जुड़ी अन्य जानकारियां भी साझा की.
जानकारों का मानना है कि यह मिशन भारत, अमेरिका और अन्य अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के बीच बढ़ते अंतरिक्ष सहयोग का प्रतीक है और निजी कंपनियों जैसे Axiom Space और SpaceX की अहम भूमिका को भी दर्शाता है.
इसे भी पढें:-‘जी-7 में खत्म कर देंगे…’, खालिस्तान समर्थकों ने पीएम मोदी को लेकर दी धमकी, पत्रकार ने किया बड़ा खुलासा