अपराधियों को कटघरे में…, बांग्लादेश में हिंदू युवकों की लिचिंग पर भारत ने यूनुस की जमकर लगाई क्लास

Bangladesh : बांग्लादेश में जारी सियासी संकट और अल्पसंख्यक हिंदुओं पर रहो अत्याचार को लेकर भारत सरकार ने बयान जारी किया है. बता दें कि विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रही हिंसा चिंता का विषय है. उन्‍होंने ये भी कहा कि ‘हम दीपू दास की हत्या की निंदा करते हैं और आशा करते हैं कि अपराधियों को कटघरे में लाया जाएगा.’

ऐसे में विदेश मंत्रालय का कहना है कि ने ‘बांग्लादेश की मौजूदा अंतिरम सरकार के कार्यकाल में 2900 ऐसे घटनाएं सामने आई है, जो हत्या, आगजनी, जमीन हड़पने से संबंधित हैं. उन्‍होंने ये भीकहा कि इन सभी मामलों को राजनीतिक हिंसा कह कर नजर अंदाज नहीं किया जा सकता.’

आम चुनाव को लेकर BNP हुई सक्रिय

प्राप्‍त जानकारी के अनुसार बांग्लादेश में फरवरी 2026 में आम चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में इसे लेकर बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) सक्रिय हो गई है और जोरों शोरों माहौल बनाने में जुट गई है. इस मामले में हालात को देखते हुए BNP के कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व पीएम खालिदा जिया के बेटे तारिक रहमान 17 साल ढाका पहुंचे. बता दें कि बांग्लादेश के प्रधानमंत्री बनने के प्रमुख दावेदार रहमान ने एयरपोर्ट पर पहुंचने के तुरंत बाद नंगे पैर बांग्लादेशी धरती पर खड़े होकर देश की राजनीति में अपनी वापसी को प्रतीकात्मक रूप से चिन्हित किया.

चुनाव पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा

जानकारी के मुताबिक, तारिक रहमान की वापसी और बांग्लादेश में होने वाले चुनाव पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि ‘भारत बांग्लादेश में स्वतंत्र, निष्पक्ष और समावेशी चुनाव हो. प्राप्‍त जानकारी के अनुसार भारत बांग्लादेश के नागरिकों से अच्छे संबंध स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है. ऐसे में हर पक्ष के लोग वहां भाग लें और वहां लोगों की आवाज और बुलंद हो.’

यूनुस सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन

इसके साथ ही बांग्लादेश में उस्मान हादी की हत्या के बाद कट्टरपंथी अल्पसंख्यक हिंदुओं पर जुल्म ढाने लगे. पहले भीड़ ने हिंदु युवक दीपू दास की हत्या कर शव को पेड़ से टांगकर जला दिया और इसी के बाद राजबाड़ी में अमृत मंडल उर्फ ​​सम्राट नाम के युवक को भी भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला. इसे लेकर भारत के साथ-साथ दूसरे देशों में भी यूनुस सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं.

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