Bangladesh Violence: बांग्लादेश इस समय हिंसा के आग में जल रहा है. हिंदुओं और अल्पसंख्यकों पर लगातार हमले हो रहे है और अब तो बांग्लादेशी कलाकारों को भी निशाना बनाना शुरू हो गया है. दरअसल, इस बार बांग्लादेशी रॉक स्टार जेम्स के प्रोग्राम में हमला हुआ है. शुक्रवार को जेम्स और उनका बैंड बांग्लादेश के फरीदपुर डिस्ट्रिक्ट स्कूल की 185वीं सालगिरह पर परफॉर्म करने गए थे इसी बीच अचानक कुछ लोगों ने हमला कर दिया. इस दौरान पत्थर फेंके गए, जिससे कई लोग घायल हो गए.
कलाकारों, परफॉर्मर्स और कल्चरल इंस्टीट्यूशन्स पर हमलों के बीच, ढाका से करीब 120 किलोमीटर दूर फरीदपुर में पॉपुलर सिंगर जेम्स का कॉन्सर्ट कैंसिल कर दिया गया.
बांग्लादेश में कॉन्सर्ट पर हमला
मीडिया के मुताबिक, यह कॉन्सर्ट शुक्रवार की रात 9:00 बजे एक लोकल स्कूल की एनिवर्सरी मनाने के लिए होना था. इस दौरान हमलावरों के एक ग्रुप ने वेन्यू में जबरदस्ती घुसने की कोशिश की और भीड़ पर ईंट-पत्थर फेंके. मौके पर मौजूद लोगों का कहना है कि स्टूडेंट्स ने हमलावरों का विरोध किया और आखिरकार कॉन्सर्ट कैंसिल करना पड़ा.
इस्लामिस्ट भीड़ ने फरीदपुर में बांग्लादेश के सबसे बड़े रॉकस्टार जेम्स के कॉन्सर्ट पर हमला किया. बता दें कि जेम्स ने बॉलीवुड के लिए भी गाया है. दरअसल, भीड़ चाहती थी कि बांग्लादेश में कोई म्यूजिक या कल्चरल फेस्टिवल न हो. हालांकि इसी बीच जेम्स किसी तरह भागने में कामयाब रहा.
मशहूर सिंगर जेम्स को कैंसिल करना पड़ा शो
बता दें कि जेम्स एक बांग्लादेशी सिंगर-सॉन्गराइटर, गिटारिस्ट और कंपोजर हैं, जिन्हें प्लेबैक सिंगर के तौर पर भी जाना जाता है. वह रॉक बैंड ‘नागर बाउल’ के लीड सिंगर, सॉन्गराइटर और गिटारिस्ट हैं. उन्होंने कई हिट हिंदी फिल्मी गाने गाए हैं, जैसे फिल्म ‘गैंगस्टर’ का ‘भीगी भीगी’ और फ़िल्म ‘लाइफ इन ए मेट्रो’ का ‘अलविदा’.
बांग्लादेश के पॉपुलर सिंगर के कॉन्सर्ट पर हमला इस बात का इशारा है कि बांग्लादेश में रेडिकल एलिमेंट्स की कितनी हिम्मत बढ़ गई है. हाल के दिनों में, जब बांग्लादेश में हार्डलाइन, इस्लामिक रेडिकल भीड़ ने सड़कों पर कब्जा कर लिया है और सरकार ने आंखें मूंद ली हैं, तो छायानॉट, उडिची जैसे कल्चरल इंस्टीट्यूशन, आर्टिस्ट, जर्नलिस्ट और न्यूज़पेपर ऑफिस पर हमले हुए हैं.
मुहम्मद यूनुस की नेतृत्ववाली सरकार भीड़ को कंट्रोल करने में नाकाम रही थी, और अंतरिम सरकार की आलोचना करने वालों का आरोप है कि हिंसा और आगजनी की ये घटनाएं लॉ-एंड-ऑर्डर की स्थिति बनाने के लिए की जा रही हैं ताकि फरवरी में होने वाले चुनाव टाल दिए जाएं.
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