Canada-China Relations : कनाडा सरकार ने आदेश जारी करते हुए चीन को काफी बड़ा झटका दिया है. बता दें कि उन्होंने देश में चल रहे चीन की एक बड़ी कंपनी को सभी ऑपरेशंस को बंद करने को कहा है. जानकारी के मुताबिक, राष्ट्रीय सुरक्षा को देखते हुए कार्नी सरकार ने ये कदम उठाया है.
ऐसे में कनाडा की उद्योग मंत्री मेलोनी जोली का कहना है कि कार्नी सरकार ने कनाडा में चीन की सर्विलांस उपकरण बनाने वाली कंपनी हिकविजन को बंद करने का आदेश दिया है. देश की सुरक्षा को लेकर उन्होंने कहा कि हिकविजन का देश में काम करना राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा होगा. इस मामले को लेकर जोली ने बताया कि कनाडा के सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों की ओर से दी गई जानकारी के आधार पर यह फैसला लिया गया है.
डिजिटल सीमाओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता
बता दें कि इससे पहले भी हिकविजन कंपनी कई इंटरनेशनल जांच एजेंसियों की रडार पर रही है. ऐसे में अमेरिका ने पहले ही कंपनी को ब्लैकलिस्ट कर रखा है और इसे लेकर यूरोपीय यूनिय ने भी इस पर कई सवाल उठाए हैं. इस दौरान कनाडा के इस फैसले से स्पष्ट हो जाता है कि वह अपनी डिजिटल सीमाओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है. क्योंकि यह केवल एक तकनीकी प्रतिबंध नहीं बल्कि एक कूटनीतिक संदेश भी है.
कनाडा-चीन के बीच नाजुक संबंध
जानकारी के मुताबिक, कनाडा और चीन के संबंध पहले से ही नाजुक दौर से गुजर रहे हैं. हुवावे, माइकल कोवरिग और माइकल स्पावोर की गिरफ्तारी, हांगकांग नीति और अब हिकविजन प्रतिबंध ये सभी घटनाएं दोनों देशों के रिश्तों में तनाव की वजह बन चुकी हैं. ऐसे में अब देखना है कि बीजिंग इस निर्णय पर कैसी प्रतिक्रिया देता है.
इस मामले को लेकर कनाडा के इस कदम को चीन शायद राजनीति से प्रेरित करार दे सकता है. इसे लेकर इन दोनों देशों के व्यापार और राजनयिक संवाद पर और असर पड़ सकता है. इसके अलावा कनाडा चीन पर देश में गलत और खुफिया तरीके से काम करने का आरोपी ठहरा चुका है.
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