Donald Trump: इजरायल और ईरान युद्ध के दौरान अमेरिका ने ईरान के तीन न्यूक्लियर साइट पर हमला किया था. इसके बाद से ट्रंप अपने विरोधियों के निशाने पर हैं. अमेरिका के सीनेट में इसको लेकर बहस भी हुई. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को ईरान पर आगे बढ़ने से रोकने के लिए सीनेट में विपक्षी पार्टी डेमोक्रेटिक पार्टी का प्रयास शुक्रवार को विफल हो गया.
सीनेट में क्या बोले ट्रंप
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को एक बार फिर चेतावनी दी है. इस चेतावनी में ट्रंप ने कहा है कि अगर ईरान फिर से परमाणु कार्यक्रम शुरू करता है तो अमेरिका उसपर दोबारा से बमबारी करेगा. वाइट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब ट्रंप से पूछा गया था कि यदि खुफिया रिपोर्ट में यह नतीजा निकलता है कि ईरान यूरेनियम को उस स्तर तक संवर्धन (एनरिचमेंट) कर सकता है जो आपको चिंतित करता है तो क्या आप फिर से बमबारी करने पर विचार करेंगे? इस पर ट्रंप ने सीधा जवाब दिया- हां, बिना कोई सवाल किए. बिल्कुल करूंगा.
ट्रंप को कांग्रेस से लेनी चाहिए थी अनुमति
रिपब्लिकन पार्टी ने कांग्रेस द्वारा ईरान के न्यूक्लियर साइट पर अमेरिकी हमलों के बाद अपनी युद्ध शक्तियों को फिर से स्थापित करने के पहले प्रयास को चिह्नित करने वाले प्रस्ताव का विरोध किया. वर्जीनिया के सीनेटर टिम कैन द्वारा लिखित प्रस्ताव का उद्देश्य यह पुष्टि करना था कि ईरान के खिलाफ और अधिक सैन्य कार्रवाई शुरू करने से पहले ट्रंप को कांग्रेस से अनुमति लेनी चाहिए.
ईरान ने ट्रंप पर किया पलटवार
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि उन्होंने इजराइल के साथ 12 दिवसीय युद्ध के दौरान ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई को “बदसूरत और अपमानजनक मौत” से बचा लिया. ट्रंप के इसी बयान पर अब ईरान का रिएक्शन सामने आया है. ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने ट्रंप को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर वो सर्वोच्च नेता के साथ समझौता करना चाहते हैं, तो उन्हें अपनी यह बयानबाजी किनारे रखनी होगी.
ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, अगर ट्रंप चाहते हैं कि वो सर्वोच्च नेता के साथ किसी समझौते पर पहुंचे तो उन्हें अपनी अपमानजनक और अस्वीकार्य बयान किनारे रखने होंगे.
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