ईरान-इजरायल जंग में अमेरिका को उलझा देख चीन ने शुरू की खुराफात, बीच समुंद्र में उतार दिए 50 जहाज

Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

China: इस समय ईरान-इजरायल के बीच छिड़ी जंग की चिंगारी पूरे मीडिल ईस्ट को अपनी चपेट में लेने की तैयारी में है. वहीं, इस जंग में कभी भी अमेरिका की एंट्री हो सकती है. वहीं, उत्‍तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने भी ईरान का साथ देने का ऐलान किया है. ऐसे में भला चीन कैसे शांत रह सकता है, उसने भी दक्षिण चीन सागर में अपनी कारगुजारी फिर से शुरू कर दी है.

दरअसल, फिलीपींस ने चीन पर दक्षिण चीन सागर में स्थित रोजुल रीफ नामक एक द्वीप पर अवैध रूप से घुसपैठ करने का आरोप लगाया है. बता दें कि रोजुल रीफ द्वीप चीन और फिलीपींस दोनों के बीच क्षेत्रीय विवाद का विषय रहा है. ऐसे में फिलीपीन तटरक्षक बल (पीसीजी) ने बुधवार को त्वरित प्रतिक्रिया तैनाती के बाद, पश्चिमी फिलीपीन सागर में देश के विशिष्ट आर्थिक क्षेत्र (ईईजेड) के अंतर्गत आने वाले रोज़ुल रीफ के पास 50 से अधिक चीनी समुद्री मिलिशिया (सीएमएम) जहाजों की उपस्थिति की पुष्टि की.

चट्टान के आसपास दिखें दर्जनों चीनी जहाज

इसके अलावा, पश्चिम फिलीपीन सागर संबंधी मामलों के लिए पीसीजी प्रवक्ता कमोडोर जे टैरिएला ने बताया कि द्वीप पर संदिग्ध अवैध गतिविधि की खुफिया रिपोर्ट मिलने के बाद, दो पीसीजी जहाजों और एक निगरानी विमान को पलावन से लगभग 130 समुद्री मील दूर स्थित क्षेत्र में भेजा गया. वहां पहुंचने पर, पीसीजी ने पुष्टि की कि दर्जनों चीनी जहाज चट्टान के आसपास बिखरे हुए थे या एक साथ इकट्ठे हुए थे, जिसके बाद उन्‍होंने तुरंत जहाजों को चुनौती दी, उन्हें बताया कि वे फिलीपीन जल के अंदर काम कर रहे थे और उनसे वहां से चले जाने का आग्रह किया.

चीन के विशाल समुद्री दावें अमान्‍य

टैरिएला के मुताबिक, पीसीजी ने फिलीपीन समुद्री क्षेत्र अधिनियम, समुद्र के कानून पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (यूएनसीएलओएस) और 2016 के मध्यस्थ पुरस्कार का हवाला दिया, जिसने अपने ईईजेड पर फिलीपींस के संप्रभु अधिकारों की पुष्टि की और क्षेत्र में चीन के विशाल समुद्री दावों को अमान्य घोषित किया.  वहीं, चीनी जहाजों को अपनी उपस्थिति स्पष्ट करने, झुंड में घुसना बंद करने और अंतरराष्ट्रीय और घरेलू कानूनों के अनुसार नेविगेट करने का निर्देश दिया गया था.

सीएमएम जहाजों से नहीं मिली कोई प्रतिक्रिया

हालांकि, पीसीजी अधिकारियों ने कहा कि सीएमएम जहाजों से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली. आगे के सबूत इकट्ठा करने के लिए, पीसीजी ने मिलिशिया जहाजों के करीब जाने और उनके धनुष संख्या को दस्तावेज करने के लिए कठोर पतवार वाली inflatable नौकाओं को तैनात किया, विशेष रूप से वे जो चट्टान के उथले हिस्सों में लंगर डाले हुए थे.

इसे भी पढें:-दो बहुत चतुर नेताओं ने किया युद्ध को आगे न बढ़ाने का फैसला, ट्रंप ने पहली बार नहीं लिया भारत-पाकिस्तान सीजफायर का श्रेय

Latest News

भारत की पहली AI सिटी से ब्रह्मोस तक, सरोजनीनगर बन रहा आत्मनिर्भर भारत का टेक-दुर्ग: डॉ. राजेश्वर सिंह

सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने शुक्रवार को अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर एक...

More Articles Like This

Exit mobile version