Cyclone Ditwah ने श्रीलंका में मचाई तबाही, अब तक 123 लोगों की मौत, Air Force ने संभाली कमान

Divya Rai
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Content Writer The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Cyclone Ditwah: श्रीलंका में चक्रवात दित्वाह से मची तबाही में अब तक कम से कम 334 लोगों की मौत हो चुकी है. कोलंबिया के स्थानीय मीडिया ने डिजास्टर मैनेजमेंट सेंटर (डीएमसी) के हवाले से बताया कि 370 लोगों की अब तक कोई जानकारी नहीं मिल पाई है. इस बीच ऑपरेशन सागरबंधु के तहत भारतीय वायु सेना श्रीलंका के आपदाग्रस्त क्षेत्रों फंसे लोगों को रेस्क्यू कर रही है. भारतीय वायुसेना ने 40 श्रीलंकाई सैनिकों और 104 भारतीयों को रेस्क्यू किया.

कैंडी शहर में Cyclone Ditwah ने मचाई तबाही

इस तूफान से कैंडी शहर में सबसे ज्यादा तबाही मची है. कैंडी में अब तक 88 मौतें हुई हैं, जबकि 150 लोग लापता बताए गए हैं. बादुल्ला में 71, नुवारा एलिया में 68 और मटाले में 23 लोगों की मौत हुई है. डेली मिरर ने डीएमसी के हवाले से बताया कि इस आपदा से देशभर के 309,607 परिवारों के 1,118,929 लोग प्रभावित हुए हैं. वहीं कुछ इलाके ऐसे भी हैं, जहां संपर्क पूरी तरह से बाधित हो गया है. इसकी वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में भी दिक्कतें आ रही हैं.

भारतीय रेस्क्यू टीम ने संभाली कमान

भारतीय रेस्क्यू टीमें बाढ़ से प्रभावित समुदायों की मदद के लिए श्रीलंका एयर फोर्स, नेवी, आर्मी, और पुलिस के साथ तालमेल बैठाकर काम कर रही हैं. वहीं फर्स्ट रिस्पांडर (जो आपदा या इमरजेंसी के समय में सबसे पहले पहुंचकर प्रभावित लोगों को मदद पहुंचाते हैं) भी रेस्क्यू ऑपरेशन में अन्य टीमों के साथ कोऑर्डिनेशन कर लोगों को बचाने का काम कर रहे हैं.

कोलंबो में भारतीय उच्चायुक्त ने दी जानकारी

कोलंबो में भारतीय उच्चायुक्त ने जानकारी दी है कि श्रीलंका में फंसे 104 भारतीय नागरिकों के आखिरी बैच को सोमवार को निकालकर घर वापस लाया गया. भारतीय हाई कमीशन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “कोलंबो के बंदरनायके इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर फंसे भारतीय यात्रियों का आखिरी बैच घर पहुंच गया है. 104 फंसे हुए भारतीय आज सुबह करीब 6.30 बजे भारतीय वायु सेना के विमान से तिरुवनंतपुरम पहुंचे.” लोगों को निकालने के साथ-साथ भारत ने श्रीलंका में बचाव और राहत अभियान भी तेज कर दिए हैं.

24 यात्रियों को कोलंबो पहुंचाया गया

इससे पहले भारतीय वायु सेना (आईएएफ) ने रविवार को ऑपरेशन सागर बंधु के तहत श्रीलंका के एक प्रतिबंधित क्षेत्र से फंसे यात्रियों को निकालने के लिए एक हाइब्रिड बचाव अभियान चलाया. आईएएफ ने एक्स पर कहा कि एक गरुड़ कमांडो को विंच से नीचे उतारा गया ताकि ग्रुप को कोटमाले के एक हेलीपैड तक ले जाया जा सके, जहां से 24 यात्रियों को कोलंबो पहुंचाया गया. सेना ने कहा, “एक साथ की कोशिश में, तीन गंभीर घायलों को तुरंत मेडिकल मदद के लिए कोलंबो एयरलिफ्ट किया गया. इससे पहले, श्रीलंकाई सेना के जवानों की पांच टीमों (40 सैनिकों) को राहत कामों में मदद के लिए दियाथलावा आर्मी कैंप से भूस्खलन से प्रभावित कोटमाले इलाके में एयरलिफ्ट किया गया था.”

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