Nepal-Sri Lanka: नेपाल सरकार ने रविवार को श्रीलंका में राहत और पुनर्वास प्रयासों के लिए 2,00,000 डॉलर के वित्तीय सहायता पैकेज की घोषणा की. श्रीलंका हाल ही में आई बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुआ है, जिसमें 200 से अधिक लोगों की जान चली गई है.
श्रीलंका के आपदा प्रबंधन केंद्र (डीएमसी) ने रविवार को बताया कि देश में पिछले कई वर्षों में आई सबसे भीषण मौसम संबंधी आपदाओं में से एक के कारण कम से कम 212 लोगों की मौत हो गई है और 218 लोग लापता हैं.
श्रीलंका सरकार और जनता के प्रति नेपाल ने जताया गहरा दुख
नेपाल के विदेश मंत्रालय ने वित्तीय सहायता की घोषणा करते हुए श्रीलंका सरकार और जनता के प्रति गहरा दुख और गहरी संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि विनाशकारी बाढ़ के कारण देशभर में व्यापक जनहानि और क्षति हुई है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि घनिष्ठ द्विपक्षीय संबंधों की भावना के अनुरूप, नेपाल इस कठिन समय में श्रीलंका के साथ मजबूती से खड़ा है. नेपाल सरकार शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करती है और घायलों के शीघ्र और पूर्ण स्वस्थ होने की कामना करती है.
श्रीलंका सरकार ने आपातकाल की घोषणा
श्रीलंका सरकार ने आपातकाल की घोषणा की है और अंतर्राष्ट्रीय सहायता की अपील जारी की है. वहीं, विदेशों में रहने वाले श्रीलंकाई लोगों से भी प्रभावित समुदायों की सहायता के लिए धन दान करने का आग्रह किया है.
बता दें कि चक्रवात दितवाह के कारण हुई भारी बारिश और बाढ़ ने श्रीलंका के कई हिस्सों में तबाही मचाई है. ऐसे में आपदा प्रबंधन केंद्र ने कहा है कि आने वाले दिनों में चक्रवात के कारण और भी भारी बारिश होने की आशंका है.
ऐतिहासिक ऊचांई पर पहुंचा नदियों का जलस्तर
श्रीलंका के डेली मिरर के अनुसार नदियों का जलस्तर ऐतिहासिक ऊंचाई पर पहुंच गया है, पूरे शहर जलमग्न हो गए हैं, प्रमुख पुल बह गए हैं और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा ध्वस्त हो गया है, जिससे तबाही का स्तर तेजी से बढ़ गया है. वहीं, बचाव अभियान चलाने के लिए 20,500 से ज्यादा सैन्यकर्मियों को पहले ही तैनात किया जा चुका है. अकेले शनिवार को ही सेना ने लगभग 3,790 लोगों को बचाया और उन्हें सुरक्षित केंद्रों तक पहुंचाया.
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