Donald Trump : मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव को लेकर ईरान को परमाणु हथियार न देने की अमेरिकी जिद के बीच अमेरिका ने इराक समेत क्षेत्र के कई देशों से अपने कुछ सरकारी कर्मचारियों और सैन्य परिवारों को हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इस दौरान डोनाल्ड ट्रंप का कहना है ऐसे में यह इलाका अब बहुत खतरनाक है क्योंकि अमेरिका ईरान को किसी भी हाल में परमाणु हथियार हासिल नहीं करने देगा.
इराक से अमेरिकी दूतावास के निकासी की तैयारी
जानकारी के मुताबिक, अब अमेरिका इराक में स्थित अपने दूतावास से कर्मचारियों को हटाने की योजना बना रहा है. सूचना मिलते ही चार अमेरिकी और दो इराकी सूत्रों ने इसकी पुष्टि की, यह निर्णय लेने पर किसने मजबूर किया इसकी जानकारी अभी तक नही दी है.
‘ईरान को परमाणु हथियार नहीं मिल सकता’
ट्रंप ने रिपोर्टर्स से बातचीत करते हुए बताया कि “हमने उन्हें हटाने का निर्देश दिया है क्योंकि वह इलाका खतरनाक हो सकता है.” उन्होंने यह बत दोहराते हुए फिर से कहा, “ईरान को परमाणु हथियार नहीं मिल सकता. बिल्कुल नहीं.”
ट्रंप ने दी चेतावनी
इसके पहले भी ट्रंप ने कहा था कि अगर परमाणु कार्यक्रम को लेकर ईरान समझौता नहीं करता तो वह सैन्य कार्रवाई से पीछे नहीं हटेंगे. इस दौरान उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था कि उन्हें अब भरोसा नहीं है कि ईरान यूरेनियम संवर्धन को रोकने पर सहमत होगा.
अमेरिका के ठिकानों पर हमला करेंगे
ईरान के रक्षा मंत्री अज़ीज़ नासिरज़ादेह ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि ईरान पर किसी भी प्रकार का हमला हुआ तो वह अमेरिकी ठिकानों पर पलटवार करेगा. जानकारी के मुताबिक, ईरान के संयुक्त राष्ट्र मिशन ने भी कहा, “हम परमाणु हथियार नहीं चाहते, लेकिन अमेरिका की सैन्य रणनीति से अस्थिरता ही बढ़ेगी.”
तेल की कीमतों का बढ़ाया गया
बता दें कि इराक से कर्मचारियों की निकासी की खबर आने के बाद तेल की कीमतों को 3 डॉलर तक बढ़ा दिया गया है. जिससे ब्रेंट क्रूड की कीमत 69.18 डॉलर प्रति बैरल हो गई.
अमेरिका पर कई बार किए हमले
जानकारी के दौरान अमेरिका और ईरान दोनों का साझेदार इराक है, बता दें कि वहां करीब 2,500 अमेरिकी सैनिक तैनात हैं. दोनों के बीच तनाव को लेकर ईरान सशस्त्र गुटों ने गाजा युद्ध शुरू होने के बाद से अमेरिका पर कई बार हमले किए हैं, लेकिन बता दें कि इनकी संख्या अब कम हो गई है.
ईरान-इजरायल ने किया सीधा हमला
जानकारी के मुताबिक, सत्र 2023 में ईरान और इजरायल ने पहली बार मिसाइल और ड्रोन का उपयोग करके सीधा हमला किया था, जोकि सीमा से होते हुए गुजरे. वहीं इजरायल ने ईरान समर्थित गुटों पर इराक और सीरिया में भी हमले किए हैं.
परमाणु समझौते की करेगें बातचीत
प्राप्त जानकारी के अनुसार अमेरिका-ईरान परमाणु समझौते की बातचीत अगले कुछ दिनों करने की योजना बना रहे हैं. बता दें कि ईरान की ओर से एक नया प्रस्ताव सौंपा जाएगा, क्योंकि उसने पहले अमेरिकी प्रस्ताव को ठुकरा दिया था.
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