ट्रंप ने ANTIFA को घोषित किया ‘प्रमुख आतंकवादी संगठन’, मदद करने वालों को भी दी कार्रवाई की धमकी

Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को एंटीफा (ANTIFA) को एक ‘प्रमुख आतंकवादी संगठन’ घोषित किया. ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर एंटीफा को फंड करने वालों को कड़े कानूनों के तहत कार्रवाई की धमकी भी दी. दरअसल, यह घोषणा उनके करीबी सहयोगी और दक्षिणपंथी राजनीतिक कार्यकर्ता चार्ली किर्क की हत्या के कुछ दिनों बाद की गई.

ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर अपने एक पोस्‍ट में लिखा कि “मुझे अपने सभी अमेरिकी देशभक्तों को यह बताते हुए खुशी हो रही है कि मैं एक बीमार, खतरनाक, कट्टरपंथी वामपंथी संगठन, एंटीफा को एक प्रमुख आतंकवादी संगठन घोषित कर रहा हूं. मैं यह भी दृढ़ता से अनुशंसा करता हूं कि एंटीफा को वित्तपोषित करने वालों की उच्चतम कानूनी मानकों और प्रक्रियाओं के अनुसार गहन जांच की जाए. इस मामले पर ध्यान देने के लिए आपका धन्यवाद!”

ट्रंप ने कई बार संगठन को ठहराया दोषी

हालांकि ट्रंप ने अपने पोस्‍ट में यह स्‍पष्‍ट नहीं किया कि उनका प्रशासन इस चरित्र-चित्रण के लिए किन मानदंडों का उपयोग करेगा और वामपंथी झुकाव वाले आंदोलन को निशाना बनाने के लिए वे क्या कदम उठाएंगे. ऐसा लग रहा है कि एंटीफा का कोई केंद्रीकृत ढांचा या कोई निश्चित नेतृत्व नहीं है. इससे पहले भी अमेरिकी राष्ट्रपति ने देश में बढ़ती राजनीतिक हिंसा के लिए बार-बार इस संगठन को दोषी ठहराया, जिसमें रूढ़िवादी टिप्पणीकार चार्ली किर्क की हत्या भी शामिल है.

वामपंथी कट्टरपंथी क्रूर और भयावह

वहीं, अपने एक साक्षात्कार में डोनाल्‍ड ट्रंप ने कहा कि “मैं आपको कुछ ऐसा बताऊंगा जिससे मैं मुश्किल में पड़ सकता हूं, लेकिन मुझे इसकी कोई परवाह नहीं है. दक्षिणपंथी कट्टरपंथी अक्सर इसलिए कट्टरपंथी होते हैं क्योंकि वे अपराध नहीं देखना चाहते. वामपंथी कट्टरपंथी ही समस्या हैं, और वे क्रूर हैं, वे भयानक हैं और वे राजनीतिक रूप से चतुर हैं. ”

क्या है एंटीफा

सामरिक एवं अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन केंद्र (CSIS) एक गैर-लाभकारी नीति अनुसंधान संगठन ‘एंटीफा’ को अति-वामपंथी उग्रवादियों का एक नेटवर्क बताता है, जो फासीवादी, नस्लवादी या अन्यथा दक्षिणपंथी अतिवादियों का विरोध करते हैं. एंटीफा ग्रुप अक्सर दक्षिणपंथी सभाओं और रैलियों को बाधित करने के लिए विरोध प्रदर्शन करते हैं. कहा जाता है कि वे अपनी गतिविधियां सोशल मीडिया, एन्क्रिप्टेड पीयर-टू-पीयर नेटवर्क और सिग्नल जैसी मैसेजिंग सेवाओं देने वाले ऐप के जरिए आयोजित करते हैं.

सीएसआईएस के अनुसार, एंटीफा द्वारा प्रयुक्त किए जाने वाले सबसे आम प्रतीकों में से एक 1917 की रूसी क्रांति का लाल झंडा और 19वीं सदी के अराजकतावादियों का काला झंडा है.

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