अफगानिस्तान में फिर आया भूकंप, 5.6 की तीव्रता से हिली धरती, भारत-पाकिस्तान में भी लगे झटके

Kabul: अफगानिस्तान में एक बार फिर भूकंप आया है. इसकी तीव्रता 5.6 बताई जा रही है. इसका केंद्र नांगरहार प्रांत की राजधानी जलालाबाद से 14 किलोमीटर पूर्व में था. यह भूकंप स्थानीय समयानुसार रात 10.26 बजे आया. इलाके को हाई अलर्ट घोषित किया गया है. अधिकारी और सहायता संगठन राहत व बचाव में लगे हुए है. यह जानकारी अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने दी.

पंजाब सहित दिल्‍ली में भी झटके से लोग घरों से बाहर निकले

अफगानिस्‍तान ही नहीं पाकिस्‍तान के इस्‍लामाबाद, रावलपिंडी सहित तमाम बड़े शहरों में झटके महसूस किए गए. भारत के जम्‍मू कश्‍मीर और पंजाब सहित दिल्‍ली में भी भूकंप के झटके से लोग घरों से बाहर निकल गए थे. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक गुरुवार को आए भूकंप का केंद्र 34.72 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 70.79 डिग्री पूर्वी देशांतर पर 10 किलोमीटर की गहराई पर स्थित था. जीएफजेड जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज ने भूकंप की तीव्रता 6.2 मापी.

2,200 से ज्यादा लोगों की मौत और 3,600 से ज्यादा घायल

यह ताजा भूकंप हाल के दिनों में नांगरहार और पड़ोसी कुनार, लघमन और नूरिस्तान प्रांतों में आए भूकंपों की एक सीरीज के बाद आया है. सबसे विनाशकारी 6.0 तीव्रता का भूकंप रविवार देर रात आया था. जिससे जान- माल का भारी नुकसान हुआ. आधिकारिक रिपोर्टों में 2,200 से ज्यादा लोगों की मौत और 3,600 से ज्यादा लोगों के घायल होने की पुष्टि हुई है. अभी भी प्रभावित क्षेत्रों में बचाव अभियान चलाया जा रहा है.

कुनार में ज्यादातर लोग हुए हताहत

तालिबान सरकार के मुख्य प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मरने वालों की संख्या कम से कम 800 हो गई है और 2,500 से ज्यादा घायल हुए हैं. कुनार में ज्यादातर लोग हताहत हुए हैं. अफगानिस्तान में इमारतें आमतौर पर कम ऊंचाई वाली होती हैं. इनमें से ज्यादातर कंक्रीट और ईंटों से बनी होती हैं. ग्रामीण और बाहरी इलाकों में घर मिट्टी की ईंटों और लकड़ी से बने होते हैं. कई घरों का निर्माण तय मानकों के अनुसार नहीं किया जाता है.

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