boat sinks Greek island of Crete: ग्रीक के क्रीट द्वीप के पास प्रवासियों को ले जा रही एक नाव पलट गई, जिसमें 17 लोगों की मौत हो गई है. इसी बीच नाव पर सवार दो लोगों को बचाया गया, जो जिंदा थे. उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया. सभी शव नाव के अंदर से मिले हैं. हालांकि अभी तक यह साफ नहीं हो सका है कि नाव में कितने लोग सवार थे, क्योंकि बचे हुए सभी लोग सूडान के नागरिक हैं जो अंग्रेजी नहीं बोल पाते. जिससे बातचीत में दिक्कत हो रही है.
बड़े पैमाने पर चलाया जा रहा है राहत और बचाव अभियान
उधर, ग्रीक के तटरक्षक बल ने बताया कि खराब मौसम के बीच बड़े पैमाने पर राहत और बचाव अभियान चलाया जा रहा है ताकि लापता लोगों को खोजा जा सके. क्रेटन पोर्ट इरापेट्रा के मेयर मनोलिस फ्रैंगोलिस ने कहा कि सभी लोग युवा थे. इसके साथ ही उन्होंने जानकारी दी है कि नाव की हवा दो तरफ से निकल गई थी, जिससे यात्रियों को एक सीमित जगह में रहना पड़ा. ईआरटी ने बताया कि कोरोनर इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या इन लोगों की मौत पानी की कमी/हाइड्रेशन की वजह से हुई.
एक तुर्किए कार्गो जहाज ने बहती हुई नाव को देखा
ग्रीक के अधिकारियों ने बताया कि यह नाव क्रीट के दक्षिण-पश्चिम में 26 नॉटिकल मील या 48 किलोमीटर दूर मिला. वहीं ग्रीक न्यूज एजेंसी एना के मुताबिक एक तुर्किए कार्गो जहाज ने बहती हुई नाव को देखा और अधिकारियों को बताया. मामले की छानबीन के लिए दो कोस्टगार्ड जहाज और यूरोपीय सीमा तटरक्षक एजेंसी फ्रोंटेक्स का एक जहाज, एक फ्रोंटेक्स एयरक्राफ्ट और एक सुपर प्यूमा हेलीकॉप्टर उस इलाके में गए.
इससे पहले भी ग्रीक में हुई हैं ऐसी घटनाएं
कोस्टगार्ड ने कहा कि बचे हुए लोगों ने बताया कि खराब मौसम की वजह से नाव अस्थिर हो गई थी और उनके पास रहने की कोई जगह या खाना या पानी नहीं था. इससे पहले भी ग्रीक में ऐसी घटनाएं हुई हैं. हाल ही में ग्रीक के गावदोस द्वीप के पास एक प्रवासी नाव पलटने से तीन लोगों की मौत हो गई थी. हालांकि इस घटना में 56 लोगों को बचा लिया गया. घटना की जांच में फ्रोंटेक्स ने यूनानी अधिकारियों की मदद की.
प्रवासियों और शरणार्थियों का प्रमुख रास्ता
गावदोस, क्रीट द्वीप के दक्षिण में स्थित है और यह वह मार्ग है जिसका इस्तेमाल अक्सर उत्तर अफ्रीका से यूरोप पहुंचने की कोशिश करने वाले प्रवासी करते हैं. यह साल 2015 से यूनान में यूरोपीय संघ में प्रवेश करने वाले प्रवासियों और शरणार्थियों का प्रमुख रास्ता रहा है. 10 लाख से ज्यादा लोगों ने मुख्य रूप से तुर्किए से इसकी सीमाओं को पार किया था.
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