Hair Loss Treatment: अच्छे और स्टाइलिश हेयर किसी भी शख्स के व्यक्तित्व को निखारने में काफी अहम भमिका निभाते है. ऐसे में आज के समय में जिन लोगों के बाल झड़ रहे हैं वो हेयर ट्रांसप्लांट का सहारा ले रहे हैं. इसी बीच दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली जे-म्यांग ने बालों के झड़ने की समस्या को गंभीरता से लिया.
ली जे-म्यांग ने सीनियर अधिकारियों के साथ एक मीटिंग में ये सुझाव दिया कि गंजेपन और इससे जुड़ी समस्याओं के इलाज के लिए नेशनल हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम के तहत इसे कवर किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि बालों के झड़ने के इलाज को ‘कॉस्मेटिक’ नहीं समझा जाना चाहिए. जैसा कि पहले समझा जाता था, बल्कि इसे ‘सर्वाइवल का मामला’ माना जाना चाहिए.
झड़ते बालों को इंश्योरेंस में इलाज का कवरेज
इसी बीच स्वास्थ्य मंत्री जियोंग यून-क्यॉन्ग ने एक मीटिंग के दौरान कहा कि दक्षिण कोरिया की नेशनल हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम अभी मेडिकल कंडीशन से जुड़े बालों के झड़ने के इलाज के लिए कवरेज देती है. हालांकि, यह फायदा उन लोगों को नहीं मिलता जिनके बाल आनुवंशिक कारणों से झड़ते हैं, क्योंकि यह स्थिति जान के लिए खतरा नहीं है.
दुनिया के सबसे बड़े बाजारों में से एक…
बता दें कि दक्षिण कोरिया अपने अच्छे ब्यूटी स्टैंडर्ड्स के लिए जाना जाता है. यहां गंजापन एक मुश्किल और नकारात्मक भाव की तरह देखा जाता है, जो युवाओं की ज़िंदगी को काफी हद तक खराब कर सकता है. अधिकारियों के मुताबिक, पिछले साल देश में बालों के झड़ने के इलाज के लिए अस्पतालों में जाने वाले 240,000 लोगों में से 40% 20 या 30 साल की उम्र के थे. हालांकि माना जाता है कि देश का कॉस्मेटिक और बालों के झड़ने के इलाज का बाज़ार दुनिया के सबसे बड़े बाज़ारों में से एक है.
युवाओं को ज्यादा प्रभावित करता है बाल झड़ना
राष्ट्रपति ली जे-म्यांग ने यह प्रस्ताव सबसे पहले अपने साल 2022 के असफल राष्ट्रपति चुनाव कैंपेन के दौरान दिया था हालांकि बाद में लोकलुभावन वादों को लेकर आलोचना के बाद इसे वापस ले लिया गया था. वहीं, इसपर फीडबैक लेने वाली टीम ने पाया था कि बालों के झड़ने का मुद्दा लोगों और खासकर युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय है.
ली जे-म्यांग के प्रस्ताव ने दक्षिण कोरिया में शारीरिक बनावट पर सांस्कृतिक रूप से दिए जाने वाले महत्व को सामने लाया है. वहीं, 2024 में युवाओं के एक सर्वे की मानें तो 98 प्रतिशत लोगों का मानना था कि आकर्षक लोगों को कई क्षेत्रों में सामाजिक फायदे मिलते हैं.
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