इजराइल के साथ ईरान-हिजबुल्लाह के बढ़ते तनाव के बीच हूतियों की एंट्री, US को दिया जोर का झटका

Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

 Houthi Rebels: आतंकी संगठन हमास और इजराइल के बीच जारी जंग अब पूरे मिडिल ईस्‍ट में पैर पसारते दिख रहा है. हमास चीफ हानिया और हिजबु्ल्लाह नेता की हत्या के बाद जहां हमास, ईरान और हिजबुल्लाह इजराइल से बदला लेने पर उतारू हो गए है. वहीं यमन के हूती भी इस बदले की लड़ाई में कूद गए है. हूतियों ने रेसिस्टेंस गुटों का पूरा साथ देने की घोषणा की है.

लाल सागर में हूतियों के हमले

पिछले कई महीनों से लाल सागर में हूतियों के हमले बढ़ गए है. हालिया तनाव के बाद अमेरिका और इजराइल की हूती विद्रोहियों पर पैनी नजर रखे है. जुलाई में ही तेल अवीव में हूती ड्रोन हमले में एक इजराइली नागरिक की मौत हो गई थी. हूतियों के आतंक को देखते हुए अमेरिका, ब्रिटेन और इजराइल ने लाल सागर और अरब सागर में अपनी सेना और युद्धपोतों की मौजूदगी बढ़ा दी है. इसके बाद भी हूतियों के हमलों को रोकने में कई तरह के दिक्‍कतों का सामना करना पड़ रहा है.

अमेरिका को एक और झटका

यमन के अल मसीरा टीवी की खबर के अनुसार, रविवार को हूती ने अमेरिका के MQ-9 ड्रोन को मार गिराया. हूती विद्रोहियों ने दावा किया है कि अमेरिका इस ड्रोन से जासूसी कर रहा था. हूती सेना के प्रवक्ता याह्या सारी ने प्रेस ब्रीफ में कहा कि उत्तरी यमन के सादा में जासूसी कर रहे अमेरिकी ड्रोन MQ-9 को मार गिराया गया है. याह्या सारी बताया कि इस तरह का सातवां ड्रोन था जिसको पिछले 9 महीनों में हमने गिराया है. सारी ने अपने बयान में ये भी कहा कि इजराइल की बंदरगाह जा रहे है ग्रोटन जहाज को भी बैलिस्टिक मिसाइल से सीधे निशाना बनाया गया है.

यूएस-इजराइल के सिरदर्द बने हू‍ती  

बता दें कि यमन के हूती विद्रोही पिछले 9 महीनों से अमेरिका और इजराइल के सिर दर्द बने हुए हैं, लाल सागर में होने वाले व्यापार को हूतियों ने अपने हमलों से लगभग खत्‍म ही कर दिया है. फिलिस्तीन के समर्थन में हूती विद्रोहियों ने नवंबर के मध्य से लाल सागर में अपना ऑपरेशन शुरू किया है. जिसके बाद से वे कई इजराइल संबंधित जहाजों पर हमला कर चुके हैं.

जंग में क्‍यों कूदे हूती?

दरअसल हूती हमास के समर्थन में हैं. हूतियों का कहना है जब तक इजराइल गाजा से वापस नहीं जाता तब तक वे हमले जारी रखेंगे. हूती अमेरिका और ब्रिटेन सेना के यमनी इलाके पर संयुक्त हवाई हमलों के बाद भी फिलिस्तीन के लिए अपने वादे पर टिके हुए हैं और लगातार इजराइल से जुड़े जहाजों पर ड्रोन और मिसाइल हमले कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें :- तनाशाह के इस कदम से दुनिया में मचा हड़कंप, क्या उत्तर कोरिया कर रहा है परमाणु हमले की तैयारी?

 

 

Latest News

सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में भारत की तेजी: 2030 तक 100-110 अरब डॉलर होगा चिप मार्केट

भारत का सेमीकंडक्टर चिप मार्केट तेजी से विस्तार कर रहा है और विशेषज्ञों के अनुसार यह 2030 तक 100–110 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है. सरकार द्वारा 2021 में शुरू किए गए सेमीकंडक्टर मिशन और विदेशी निवेश की पहलें इस उन्नति की नींव हैं. माइक्रोन जैसी कंपनियां भारत में सेमीकंडक्टर पैकेजिंग सुविधाएं स्थापित करने की योजना बना रही हैं, जिससे देश तकनीकी रूप से आत्मनिर्भर बनने की दिशा में अग्रसर है.

More Articles Like This

Exit mobile version