India Pakistan Ceasefire: भारत और पाकिस्तान तनाव के बीच शनिवार की देर शाम दोनों देशों के बीच सीजफायर पर सहमति बनी, जो दोनों देशों के सैन्य संचालन महानिदेशकों (DGMO) की बातचीत के बाद संभव हुआ. भारत पाकिस्तान सीजफायर के संबंध में सबसे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पोस्ट कर जानकारी दी. जिसके बाद दुनिया के तमाम देशों ने इसका स्वागत किया.
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट ट्रुथ के जरिए बताया कि अमेरिका की मध्यस्थता में रात भर चली वार्ता के बाद भारत और पाकिस्तान ने पूर्ण और तत्काल युद्धविराम पर सहमति जताई. अमेरिकी राष्ट्रपति का यह बयान भारत सरकार के औपचारिक पुष्टि से कुछ घंटे पहले ही सार्वजनिक कर दिया गया था.
जर्मनी का बयान
भारत पाकिस्तान के बीच सीजफायर को जर्मनी ने “तनाव कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मोड़” बताया. राजधानी बर्लिन ने कहा कि हाल के दिनों में भारत और पाकिस्तान के बीच जो हालात बने थे, उनसे निपटने के लिए यह सहमति एक सकारात्मक पहल है.
The ceasefire agreed between #India and #Pakistan is a first, important step out of the escalation spiral. Dialogue is key. The German government has been in contact with both sides in the past days.
— GermanForeignOffice (@GermanyDiplo) May 10, 2025
यूरोपीय यूनियन की प्रतिक्रिया
वहीं, यूरोपीय संघ के विदेश मामलों और सुरक्षा नीति की उच्च प्रतिनिधि काजा कैलास ने दोनों देशों के इस कदम की सराहना की. उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान ने तनाव को नियंत्रित करने की दिशा में सराहनीय कदम उठाया है. इस दौरान उन्होंने यह भी साझा किया कि उन्होंने भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर और पाकिस्तानी विदेश मंत्री इशाक डार से इस विषय पर संवाद किया है.
Just spoke again with @DrSJaishankar and @MIshaqDar50.
The announced ceasefire between India and Pakistan is a vital step toward de-escalation. All efforts must be made to ensure it is respected.
The EU remains committed to peace, stability, and counter-terrorism in the region.
— Kaja Kallas (@kajakallas) May 10, 2025
ब्रिटेन का समर्थन
इसके अलावा, ब्रिटेन के विदेश सचिव डेविड लैमी ने सीजफायर के निर्णय को शांति के लिए उपयोगी और सामूहिक हित में बताया. इस दौरान उन्होंने उम्मीद जताई कि दोनों देश इस समझौते को निभाएंगे और आगे भी कूटनीतिक रास्ता अपनाएंगे.
सऊदी अरब की प्रतिक्रिया
सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि वो भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम समझौते का स्वागत करते हैं. साथ ही उन्होंने शांति बहाली की आशा जताते हुए यह भी कहा कि यह कदम पूरे दक्षिण एशिया क्षेत्र के लिए सकारात्मक है.
पाकिस्तान का उल्लंघन और भारत की प्रतिक्रिया
बता दें कि दोनों देशों के बीच सीजफायर की औपचारिक घोषणा के कुछ घंटे बाद ही पाकिस्तान ने एलओसी पर गोलाबारी कर युद्धविराम का उल्लंघन कर दिया. हालांकि भारतीय सेना ने इस हमले का कड़ा जवाब दिया और जम्मू-कश्मीर से लेकर गुजरात तक पाकिस्तान द्वारा भेजे गए कई ड्रोन हमलों को नाकाम किया.
उकसावे का मुहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार भारत
पाकिस्तान के इस हरकत को भारतीय विदेश मंत्रालय ने गंभीरता से लिया है और स्पष्ट किया कि भारतीय सेना को किसी भी आवश्यक कार्रवाई के लिए पूरी छूट दी गई है. दरअसल विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि पाकिस्तान को चाहिए कि वह स्थिति की गंभीरता को समझे और संयम बरते. साथ ही उन्होंने यह भी दोहराया कि भारत शांति चाहता है लेकिन किसी भी उकसावे का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है.
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