India pakistan conflict: पाकिस्तान के साथ संघर्ष के बाद भारत ने अपना पक्ष स्पष्ट कर दिया है कि बातचीत और आतंकवाद एक साथ नहीं चल सकते. पाकिस्तान के साथ संबंधों को लेकर भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि पाकिस्तान के प्रति हमारा रूख स्पष्ट है. सिर्फ दो पक्षों के ही बीच बातचीत होगी. हम दोहराना चाहेंगे कि आतंकवाद और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकते.
जायसवाल ने कहा कि जम्मू-कश्मीर पर बातचीत तभी होगी जब पीओके खाली हो जाएगा और पाकिस्तान हमें वह इलाका सौंप देगा. इसके साथ ही पाकिस्तान को उन आतंकियों को भी सौपना होगा, जिनकी लिस्ट हमने कुछ साल पहले ही उन्हें सौंपी थी.
आतंक और बातचीत एक साथ नहीं चल सकते
वहीं, सिंधु जल संधि पर भी भारत का सख्त रुख स्पष्ट करते हुए रणधीर जायसवाल ने कहा कि जहां तक सिंधु जल संधि का सवाल है, यह तब तक स्थगित रहेगी जब तक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद को अपना समर्थन विश्वसनीय और अपरिवर्तनीय रूप से त्याग नहीं देता. साथ ही उन्होंने पीएम मोदी की बात दोहराते हुए कहा कि ‘आतंक और बातचीत एक साथ नहीं चल सकते. आतंक और व्यापार भी एक साथ नहीं हो सकते. और पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते.’
ईरान में लापता तीन भारतीयों पर भी जताई चिंता
वहीं, एक अलग विषय पर बोलते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि ईरान के तेहरान शहर में तीन भारतीय नागरिक लापता हो गए हैं. तीनों भारतीय नागरिक कुछ समय पहले तेहरान पहुंचे थे, लेकिन अब उनका कोई पता नहीं चल पा रहा है. हम ईरानी अधिकारियों के संपर्क में हैं और वे हमारी सहायता कर रहे हैं. हालांकि विदेश मंत्रालय इन तीनों नागरिकों के परिवारों के संपर्क में है और उन्हें हर संभव मदद दी जा रही है.
इसे भी पढें:-S-400 और BrahMos का कमाल भारत-रूस की रक्षा साझेदारी को करेगा और भी मजबूत: रूसी राजदूत