India-Pakistan-Russia: भारत और चीन के रिश्तों में सीमा विवाद को लेकर लंबे समय तल्खियां थी, जो अब कुछ कम होती हुई नजर आ रही है. इसी बीच रूस ने भारत और चीन को लेकर बड़ा बयान दिया है. दरअसल, सोमवार के रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि मुझे लगता है कि दोनों देशों के बीच तनाव काफी कम हो गया है, ऐसे में RIC यानी रूस-इंडिया-चाइना के बीच त्रिकोणीय सहयोग बनाने का अच्छा मौका है. इस समय आरआईसी त्रिकोणीय सहयोग का रुका हुआ काम फिर से शुरू हो सकता है.
बता दें कि साल 2020 के गलवन घाटी हमले के बाद से चल रहे भारत और चीन के रिश्तों में तनाव इस साल की शुरुआत में कम होने लगा था, लेकिन हाल ही में हुई भारत और पाकिस्तान की झडप में चीन ने जो रुख अपनाया है, उसकी वजह से एक बार फिर दूरियां बढ़ गई हैं.
भारत-चीन के बीच फिर बढ़ी दूरी
दरअसल, भारत और पाकिस्तान के बीच हुई लड़ाई में भलें ही चीन ने सामने आकर पाकिस्तान का सहयोग न किया हो, लेकिन जब दोनों देशों के बीच सीजफायर हुआ तो चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने पाकिस्तान के सपोर्ट में बयान दिया. उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय अखंडता, संप्रभुता और राष्ट्रीय स्वतंत्रता को बनाए रखने के लिए चीन हमेशा पाकिस्तान के साथ खड़ा रहेगा. इतना ही नहीं, चीन पाकिस्तान को हथियारों का सबसे बड़ा सप्लायर है, जिनका इस्तेमाल लड़ाई के दौरान भारत के खिलाफ किया गया. हालांकि वो भारत के सामने टिक नहीं पाए.
भारत और चीन के साथ इस मुद्दे पर बात करेगा रूस
वहीं, भारत और चीन के संबंधों को लेकर रूसी विदेश मंत्री ने मॉस्को में ‘भविष्य-2050 के फोरम’ को संबोधित करते हुए कहा कि आरआईसी प्रारूप में संयुक्त कार्य की बहाली बहुध्रुवीय वास्तुशिल्प के निर्माण समेत यूरेशियाई प्रक्रियाओं की दिशा में पहला कदम हो सकता है. रूसी मीडिया के मुताबिक, सर्गेई लावरोव ने कहा कि वास्तव में मुझे उम्मीद है कि हम रूस-भारत-चीन त्रिकोण के काम को फिर से शुरू कर पाएंगे. पिछले कुछ वर्षो से हमारी विदेश मंत्रियों के स्तर पर बैठक नहीं हुई है लेकिन हम अपने चीनी सहयोगी और विदेश विभाग के भारतीय प्रमुख के साथ इस मुद्दे पर चर्चा कर रहे हैं.
नई दिल्ली और बीजिंग के बीच हो रही बातचीत
रूसी विदेश मंत्री ने कहा कि ‘मैं वास्तव में आशा करता हूं कि अब जब तनाव कम हो गया है, मेरी राय में, भारत और चीन के बीच सीमा पर काफी हद तक कम हो गया है और स्थिति स्थिर हो रही है. इसी बीच नई दिल्ली और बीजिंग के बीच बातचीत भी हो रही है, ऐसे में हम इस रूस-भारत-चीन त्रिकोण के काम को फिर से शुरू करने में सक्षम होंगे.
इसे भी पढें:-नामीबिया के एयर फोर्स कमांडर ने IAF के उप प्रमुख से की वार्ता, इन मुद्दों पर हुई चर्चा