India-Russia : रूस के वजह से अमेरिका और भारत के रिश्ते ठीक नहीं चल रहे हैं. क्योंकि डोनाल्ड ट्रंप चाहते हैं कि भारत, रूस से तेल न खरीदे, बता दें कि भारत भी अपनी बात पर अडिग है. भारत और रूस काफी अच्छे हैं. जानकारी देते हुए बता दें कि कुछ ही समय में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत दौरे पर आने वाले हैं और आने की तैयारियां अभी से चल रही है. बता दें कि पुतिन के एजेंडे का भारत में रूस के राजदूत डेनिस अलीपोव ने खुलासा किया है.
जानकारी देते हुए रूस के राजदूत डेनिस ओलीपोव ने बताया कि ”तैयारियां बहुत तेजी से चल रही हैं. उन्होंने ये भी बताया कि हमारे सामने एक व्यापक एजेंडा है. बता दें कि पुतिन का यह दौरा काफी ज्यादा अहम होने वाला है. इसके साथ ही उनके इस दौरे के दौरान दोनों देशों के बीच अर्थव्यवस्था, रक्षा और अन्य क्षेत्रों में कई समझौतों की तैयारी के अहम चरण में हैं. ऐसे में हमें उम्मीद है कि इस साल के अंत में रूसी राष्ट्रपति का भारत दौरा बेहद सफल और निर्णायक होगा.”
दोनों देशों के बीच होंगे कई समझौते
उन्होंने ये भी बताया कि दोनों देशों के बीच और भी कई प्रकार समझौते होने वाले है. बता दें कि भारत और रूस अभी भी बहुत अच्छे व्यापारिक साझेदार हैं. प्राप्त जानकारी के अनुसार काफी लंबे समय से भारत, रूस से कच्चा तेल खरीद रहा है. ऐसे में सबसे महत्वपूर्ण बात कि अमेरिका के इतने दबाव के बावजूद भारत अपनी बात पर टिका रहा और उसने रूस के साथ अच्छे संबंध बनाए रखे और इसी वजह से ट्रंप भारत से नाराज चल रहे हैं.
रूसी राजदूत ने दी प्रतिक्रिया
इस मामले को लेकर अलीपोव का कहना है कि भारत के साथ रूस के ऊर्जा संबंध उसके के राष्ट्रीय हितों लिहाज से ठीक हैं. उन्होंने बताया कि दोनों देशों के बीच पहले से काफी ज्यादा द्विपक्षीय व्यापार संबंध बेहतर हो रहे हैं. इस दौरान अलीपोव का यह बयान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दावे के कुछ घंटे बाद आया. ट्रंप ने दावा करते हुए कहा कि पीएम मोदी ने उन्हें आश्वासन दिया है कि उनका देश रूस से कच्चे तेल की खरीद बंद कर देगा.
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