ईरान के साथ मिलकर अमेरिकी प्रभुत्व पर ब्रेक लगाएंगे रूस-चीन और नार्थ कोरिया? इजरायल को भी सिखाएंगे सबक

Aarti Kushwaha
Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
Must Read
Aarti Kushwaha
Aarti Kushwaha
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Iran Nuclear Program: इजरायल की तरफ से 13 जून की अहले सुबह ईरान के ऊपर ताबड़तोड़ हमले किए गए, इस दौरान इजरायल ने ईरान के सैन्‍य और परमाणु ठिकानों को निशाना बनाया. वहीं, इस हमले के के बाद इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मीडिया के सामने आकर न सिर्फ अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप का शुक्रिया अदा किया है, इसका अंदेशा भी जताया है कि अब दूसरी तरफ से भी हमला किया जा सकता है, जिसके लिए उन्‍होंने इजरायल में आपातकाल की घोषणा भी कर दी गई है.

800 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलें तैयार करेगा ईरान

मीडिल ईस्‍ट में इन हलचलों और अमेरिका द्वारा इजरायल का साथ देने के बाद इस बात की चर्चा तेज हो चली है कि क्या रूस और चीन एक साथ आएंगे. दरअसल, चीन के साथ ईरान ने एक बड़ी मिसाइल डील की है, जिसके तहत चीन ने ईरान को हजारों टन मिसाइल ईंधन का ऑर्डर दिया. इसमें अमोनियम परक्लोरेट भी शामिल है, जिससे ईरान बडे़ पैमाने पर बैलिस्टिक मिसाइले बना सके. इस ईंधन से ईरान 800 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलें तैयार करेगा.लेकिन  इजरायल ने शुक्रवार की सुबह ईरान के परमाणु कार्यक्रम को निशाना बनाया, जिसके बाद पश्चिम एशिया के दो कट्टर विरोधियों के बीच एक व्यापक युद्ध की आशंका तेज हो गई है.

बता दें कि इजरायल के इस हमले को 1980 के दशक में इराक के साथ युद्ध के बाद ईरान पर सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है, जिसमें ईरान के अर्द्धसैनिक बल ‘रिवोल्यूशनरी गार्ड’ के प्रमुख जनरल हुसैन सलामी की मौत हो गई.

ईरान के समर्थन में उतरेंगे रूस-चीन-नार्थ कोरिया? 

रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया भर में अमेरिका के करीब 80 एयरबेस हैं और वह अपने दुश्मन देशों में अशांति फैलाने के लिए विद्रोहियों को हर तरीके की मदद देता रहता है. चीन के पास ताइवान को मदद, उत्तर कोरिया के सामने दक्षिण कोरिया को और रूस को घेरने के लिए यूक्रेन को, अमेरिका परदे के पीछे से इन सभी देशों का जीना हराम किए हुए हैं. ऐसे में जानकारों का कहना है कि चीन और रूस के पास अब अमेरिका से बदला लेने का अच्छा अवसर है.

इन छह देशों के एयरस्‍पेस बंद

अरब में एक्टिव होने वाला नया न्यूक्लियर ट्राइएंगल मिडिल ईस्ट में अमेरिकी प्रभुत्व को चुनौती देने में तो पूरी तरह से सक्षम है ही वहीं इजराइल की दादागिरी पर फुल स्टॉप लगाने का दम भी रखता है.  इसी बीच इजरायल, हमास समेत इराक, जॉर्डन, लेबनान और सीरिया के एयरस्‍पेस को बंद कर दिया गया है. जॉर्डन के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण का कहना है कि देश का हवाई क्षेत्र सभी उड़ानों के लिए बंद रहेगा. वहीं, ‘जॉर्डन समाचार एजेंसी’ ने कहा कि क्षेत्र में बढ़ते तनाव को देखते हुए यह कदम उठाया गया है.

इसे भी पढें:-भीषण जंग की ओर बढ़ रहा मिडिल ईस्ट? इजरायल के हमले से आगबबूला हुआ ईरान, कहा-‘खून का बदला खून’

Latest News

Ahmedabad Plane Crash: सरकार ने जांच के लिए गठित की उच्च स्तरीय समिति

Ahmedabad Plane Crash: सरकार ने अहमदाबाद से लंदन के गैटविक एयरपोर्ट के लिए उड़ान भरने वाले एयर इंडिया के विमान...

More Articles Like This