Iran Nuclear Program : ईरान-इजरायल की बीच 12 दिन चले युद्ध के बाद अब शांति स्थापित हो गई है. हालांकि इन 12 दिनों में ईरान और इजरायल दोनों देशों को काफी नुकसान झेलना पड़ा है. दरअसल, इजरायल ने तेरहान के परमाणु बम बनाने के काफी करीब होने के कारण सुरक्षा के खतरे का हवाला देते हुए ईरान पर हमला किया था. वहीं, अब व्हाइट हाउस ने भी ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर बड़ा दावा किया है.
दरअसल, गुरुवार को व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट (Karoline Leavitt) ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर दावा किया कि तेहरान परमाणु हथियार बनाने से बस कुछ ही हफ्ते दूर था और इससे पूरी दुनिया को खतरा हो सकता था.
कई साल पीछे हो गया ईरान का परमाणु कार्यक्रम
हालांकि इससे पहले इजरायल ने ईरान की परमाणु साइटों पर सैकड़ों मिसाइलों की बौछार की थी, जिसके बाद ईरान ने भी इजरायल के कई शहरों को निशाना बनाया. ऐसे में दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव को लेकर अमेरिका ने कई बार ईरान को परमाणु समझौते पर बात करने के लिए कहा था. लेकिन ईरान के सहमत न होने पर उसने भी ईरान के परमाणु साइटों को निशाना बनाया. ऐसे में अब माना जा रहा है कि इन हमलों के कारण ईरान का परमाणु कार्यक्रम कई साल पीछे हट गया है.
कहां है 400 किलो यूरेनियम?
बता दें कि ईरान अपनी न्यूक्लियर ताकत के लिए कुछ भी करने को तैयार है, वहीं, अमेरिका भी बार-बार उसे चेतावनी दे रहा है कि ईरान को न्यूक्लियर पावर नहीं बनने देंगे. ऐसे में सुप्रीम लीडर खामेनेई ने कहा है कि ईरान किसी के आगे नहीं झुकेगा.
वहीं, 21 जून को अमेरिका ने मिसाइलों के जरिए ईरान के परमाणु ठिकानों पर तबाही मचाई थी. जिसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने दावा किया था की ईरान के परमाणु ठिकानों को तबाह कर दिया गया है, लेकिन इसके कुछ घंटे बाद ही ईरान ने दावा किया कि उसका यूरेनियम पूरी तरह से सुरक्षित है.
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