KN-23 ballistic missiles: तानाशाह किम जोंग उन के देश उत्तर कोरिया की ताकतवर मिसाइल KN-23 अब सिर्फ एशियाई भूगोल तक सीमित नहीं रही. यूक्रेन में चल रहे जंग में भी इसका प्रभाव देखा गया है. दरअसल हाल ही में रूस ने यूक्रेन के खिलाफ बड़ा हमला किया, इस दौरान 300 से ज्यादा ड्रोन और 7 मिसाइलें दागी गईं.
रूस द्वारा कीव पर हमले में इस्तेमाल किए गए हथियारों को लेकर यूक्रेनी वायुसेना और अन्य एजेंसियों का कहना है कि इनमें कुछ मिसाइलें उत्तर कोरिया की बनी थीं, जिससे कीव और ओडेसा जैसे अहम शहरों को निशाना बनाया गया. इस हमले में तीन लोग मारे भी गए थें.
यूक्रेन के खुफिया प्रमुख ने जताई चिंता
इसी बीच यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने दावा किया कि रूस ने उत्तर कोरिया की KN-23 शॉर्ट रेंज बैलिस्टिक मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया था, जिसमें से दो मिसाइलों को मार गिराया गया. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर कोरिया ने इन मिसाइलों की मारक क्षमता और सटीकता में काफी सुधार किया है. विदेश मंत्रालय ने इसे वैश्विक समुदाय के लिए एक वेक-अप कॉल करार दिया, साथ ही प्योंगयांग और मास्को के बीच हो रहे इस सैन्य सहयोग को रोकने के लिए दुनिया से अपील की.
यूक्रेनी डिफेंस इंटेलिजेंस चीफ किरिलो बुडानोव ने भी इन मिसाइलों को एक सीधा सैन्य खतरा बताया है. वहीं, इससे पहले उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था कि पहले ये मिसाइलें अपने टारगेट से कई किलोमीटर दूर गिरती थीं, लेकिन अब ये बिल्कुल सटीक निशाने पर लग रही हैं.
KN-23 मिसाइल की क्या है खासियत?
बता दें कि KN-23 उत्तर कोरिया की एक शॉर्ट-रेंज बैलिस्टिक मिसाइल है, जिसे पहली बार मई 2019 में टेस्ट किया गया था. इसकी रेंज 690 किलोमीटर तक मानी जाती है और यह क्वाज़ी-बैलिस्टिक ट्राजेक्टरी पर उड़ती है, जिससे इसे इंटरसेप्ट करना मुश्किल हो जाता है. वहीं, इसकी बनावट रूस की इस्कंदर-M मिसाइल से काफी मिलती-जुलती है.
KN-23 को लेकर विश्लेषकों का मानना है कि इसे तैयार करने में उत्तर कोरिया को विदेशी तकनीक या सहयोग मिला हो सकता है. 7.5 मीटर लंबी इस मिसाइल का कुल वज़न 3415 किलोग्राम और वॉरहेड क्षमता 500 किलोग्राम (450 किमी दूरी तक) है और हल्के वॉरहेड के साथ रेंज 690 किमी है.
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