Louvre Museum Robbery: फ्रांस की राजधानी पेरिस में स्थित लूवर म्यूजियम में दिनदहाड़े बड़ी चोरी हो गई. इस घटना ने अधिकारियों को भी हैरान कर दिया है. बता दें कि चेनसॉ लिए तीन से चार लुटेरे लूवर म्यूजियम में शामिल हुए और महज 4 मिनट में ही नेपोलियन युग के 9 अनमोल आभूषण चुरा कर फरार हो गए. इन घटना की जानकारी मंत्री लॉरेंट नुनेज ने एक रेडियो कार्यक्रम के जरिए दी है.
गृह मंत्री लॉरेंट नुनेज ने बताया कि चोरों ने इस चोरी को अंजाम देने के लिए बास्केट लिफ्ट का इस्तेमाल किया है. जो आभूषण चोरी हुए हैं वो बेशकीमती थे. उन्होंने बताया कि चोरों ने लिफ्ट का इस्तेमाल कर खिड़कियों तक अपनी पहुंच बनाई और डिस्क कटर से शीशे काटकर अपोलो गैलरी में दाखिल हो गए जहां पर फ्रांसीसी क्राउन ज्वेल्स रखे हुए थे.
लूवर म्यूजियम में दिनदहाड़ें हुई डकैती
फ्रांसीसी गृह मंत्री के मुताबिक, ये घटना स्थानीय समयानुसार रविवार की सुबह 9:30 बजे हुई. इस दौरान लूवर म्यूजियम जनता के लिए खुला हुआ था. वहीं, फ्रांसीसी संस्कृति मंत्री रचिदा दाती ने चोरों को पेशेवर बताया है. उन्होंने कहा कि ये डकैती महज 4 मिनट में पूरी कर ली गई और लुटेरे अपनी मोटरसाइकिलों पर सवार होकर फरार हो गए.
रचिदा दाती ने बताया कि हम इस डकैती की जानकारी मिलने के तुरंत बाद ही वहां पहुंच गए थे. उन्होंने बताया कि महारानी यूजनी का एक चोरी किया गया आभूषण जो भागते समय गिरा था, वो संग्रहालय के बाहर मिला है. फिलहाल लूवर म्यूजियम कुछ दिनों के लिए बंद रहेगा.
1911 में हुई थी लूवर म्यूजियम में डकैती
हालांकि यह पहली बार नहीं है जब लूवर को चोरों ने निशाना बनाया है. इसे पहले 1911 में भी एक ऐसी ही घटना हुई थी, जब एक पूर्व कर्मचारी ने मोनालिसा की मूर्ति चुरा ली थी, हालांकि ये दो साल बाद इटली के फ्लोरेंस में बरामद हुई थी. इसके अलावा, 1983 में भी लुटेरों ने लूवर से दो पुनर्जागरण काल के कवच चुरा लिए थे, जिन्हें लगभग 40 साल बाद बरामद किया गया. इस डकैती ने संग्रहालय की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.
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