New Delhi: अमेरिका ने भारत की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) का आभार जताया है. साथ ही निरंतर समर्थन के लिए धन्यवाद सीबीआई मुख्यालय भी कहा है. दरअसल, CBI ने अमेरिकी नागरिकों को निशाना बनाने वाले अंतरराष्ट्रीय साइबर अपराध नेटवर्क का पर्दाफाश किया था. इसी पर अमेरिकी दूतावास ने X पर एक पोस्ट में कहा कि भारत की जांच एजेंसी CBI ने अमेरिकी नागरिकों को निशाना बनाने वाले एक अवैध काल सेंटर का पर्दाफाश किया और अंतरराष्ट्रीय साइबर अफराध नेटवर्क के एक प्रमुख आपरेटर को गिरफ्तार किया है.
आपके निरंतर समर्थन के लिए धन्यवाद सीबीआई मुख्यालय
पोस्ट में कहा कि हमारी एजेंसियां मिलकर अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए काम कर रही हैं ताकि भविष्य में धोखाधड़ी को रोका जा सके और हमारे नागरिकों को सुरक्षित रखा जा सके. आपके निरंतर समर्थन के लिए धन्यवाद सीबीआई मुख्यालय. बता दें कि CBI ने पिछले सप्ताह लखनऊ से विकास कुमार निमार नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था जो कथित तौर पर लखनऊ में वीसी इंफ्रोमेट्रिक्स प्राइवेट लिमिटेड का संचालक था.
अवैध काल सेंटर का कर रहा था संचालन
वह एक वर्ष से फरार था. छापे के दौरान यह भी पाया गया कि अमेरिका में लोगों को निशाना बनाने के लिए वह एक और अवैध काल सेंटर का संचालन कर रहा था. आरोपी विकास कुमार निमार को पकड़ने के लिए CBI ने पुणे की मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट जारी कराया था. इसी क्रम में लंबे समय से चल रही तलाश के बाद CBI ने 20 नवंबर को विकास कुमार को लखनऊ स्थित उसके आवास से गिरफ्तार कर लिया.
अवैध कॉल सेंटर की तलाशी में 52 लैपटॉप बरामद
उसके घर पर की ली गई तलाशी में 14 लाख रुपये नकद, कई मोबाइल फोन, डिजिटल डिवाइसेस और साइबर ठगी से जुड़े आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए हैं. अवैध कॉल सेंटर की तलाशी में 52 लैपटॉप बरामद हुए है, जिसमें आपत्तिजनक डिजिटल सबूत मिले हैं. जिसका इस्तेमाल आरोपी व्यक्तियों द्वारा उक्त साइबर अपराध नेटवर्क के संचालन में किया जा रहा था. फिलहाल मामले की जांच जारी है.
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