Frankfurt: जर्मनी में 4,000 लोग बेरोजगार हो जाएंगे. जर्मन एयरलाइन कंपनी लुफ्थांसा करीब 4,000 नौकरियों में कटौती करने की योजना बना रही है. दिग्गज विमानन कंपनी 2030 तक 4,000 नौकरियों में कटौती करेगी. लुफ्थांसा ने मार्जिन टारगेट लक्ष्य को पूरा करने के लिए नौकरियों में कटौती की योजना बनाई है. ये कोविड महामारी के बाद से यूरोप के सबसे बड़े एयरलाइन समूह में सबसे बड़ी कटौती है.
नौकरियों में होने वाले अधिकांश कटौती जर्मनी में होगी
कंपनी ने एयरलाइन की प्रॉफिटेबिलिटी में सुधार करने के लिए नौकरियों में कटौती की योजना बनाई है. नौकरियों में कटौती डिजिटलीकरण, ऑटोमेशन जैसे प्रोसेस के माध्यम से की जाएगी. कंपनी ने कहा है कि नौकरियों में होने वाले अधिकांश कटौती जर्मनी में होगी. इससे लगभग 300 मिलियन यूरो की वार्षिक बचत होने की उम्मीद है. लुफ्थांसा ने 2030 तक 4,000 नौकरियों में कटौती करने की योजना बनाई है. एयरलाइन अपनी प्रॉफिटेबिलिटी में सुधार करना चाहती है.
AI के बढ़ते दायरे के चलते वह धीरे-धीरे नौकरियों में कटौती करेगी
कंपनी ने कहा कि AI के बढ़ते दायरे के चलते वह धीरे-धीरे नौकरियों में कटौती करेगी. लुफ्थांसा ने कहा कि वो अपनी सबसे बड़ी बचत योजना पर काम कर रही है. कंपनी का लक्ष्य 2028 से 2030 तक 2.5 बिलियन यूरो से अधिक का फ्री कैश फ्लो और 15% से 20% तक पूंजी पर अडजस्टेड रिटर्न हासिल करना है. फिलहाल कंपनी हड़तालों, विमानों की धीमी डिलीवरी और लगातार खराब प्रदर्शन से जूझ रही है. पिछले साल दिग्गज एयरलाइन कंपनी को अपने गाइडेंस में दो बार कटौती को मजबूर होना पड़ा.
इन पर नहीं होगा इसका कोई असर
इस कटौती से प्रशासनिक विभागों में बड़े पैमाने पर नौकरियां जाएंगी. पायलट और विमान ऑपरेशन से जुड़े अन्य कर्मचारियों पर इसका कोई असर नहीं होगा. लुफ्थांसा समूह में यूरोविंग्स, ऑस्ट्रियनए स्विस और ब्रुसेल्स एयरलाइंस भी शामिल हैं. दूसरी ओर निवेशकों ने लागत में कटौती और अपने मुख्य बिजनेस को बढ़ाने के लिए संघर्ष करने के लिए लुफ्थांसा की आलोचना की है. CEO कार्स्टन स्पोहर ने एक स्टाफ टाउन हॉल में कहा है कि हमें कंपनी के एडमिनिस्ट्रेशन में कटौती करनी होगी, क्योंकि हम अपने काम को इस ऊंची लागत पर जारी नहीं रख सकते जो अभी है. क्योंकि हमारे पास निवेश करने के लिए पर्याप्त मार्जिन नहीं है.
तेजी से नहीं हो पा रहा है लुफ्थांसा के बेड़े का नवीनीकरण
विमानों की डिलीवरी में जारी देरी के कारण लुफ्थांसा के बेड़े का नवीनीकरण तेजी से नहीं हो पा रहा है. कंपनी अधिक फ्यूल एफिसिएंसी वाले मॉडलों में अपनाने के प्लान को पीछे धकेल रही है. नए प्रीमियम केबिन के रोलआउट में बाधाएं आ रही हैं.
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