Mountbatten Plan: देश-दुनिया के इतिहास में 3 जून की तारीख एक-दो नहीं बल्कि तमाम अहम वजह से दर्ज है. यह तारीख भारत के इतिहास और भूगोल को बदलने के लिए भी याद की जाती है. दरअसल, 3 जून 1947 को ब्रिटिश राज में भारत के अंतिम वायसरॉय लॉर्ड माउंटबेटन ने देश के बंटवारे का ऐलान किया था, जो लंदन, नई दिल्ली और लाहौर में एक साथ किया गया था.
भारत के बंटवारे की इस घटना को ’03 जून योजना’ या ‘माउंटबेटन योजना’ या ‘डिकी बर्ड प्लान’ के तौर पर भी जाना जाता है. इस प्लान में ब्रिटिश इंडिया को दो हिस्सों में बांटने का प्रस्ताव था- भारत और पाकिस्तान. दरअसल, पंजाब और बंगाल जैसे प्रांतों में हिंदू और मुसलमान दोनों रहते थे. ऐसे में तय किया गया कि अगर इन प्रांतों की विधानसभाएं बंटवारे के लिए वोट करती हैं, तो इन्हें भी बांट दिया जाएगा.
ब्रिटिश पार्लियामेंट ने किया ‘माउंटबेटन योजना’ को परित
बता दें कि उस वक्त देश में दंगे अपने चरम पर थें, जिन्हें काबू में कर पाना केंद्र में कांग्रेस की अंतरिम सरकार के लिए काफी मुश्किल था, क्योंकि कानून एवं व्यवस्था का मसला प्रांतों के पास था. ऐसे में राजनीतिक और सांप्रदायिक गतिरोध को खत्म करने के लिए 03 जून योजना आई. इसमें भारत के विभाजन और भारत और पाकिस्तान को सत्ता के हस्तांतरण का विवरण था, जिसे 18 जुलाई, 1947 को ब्रिटिश पार्लियामेंट ने पारित कर दिया.
कश्मीर जैसी जटिल समस्या का जन्म
आज से करीब 78 साल पहले घोषित बंटवारे की इस योजना ने लाखों लोगों को अपने ही देश में शरणार्थी बना दिया. कहा जाता है कि इस दौरान करीब सवा करोड़ लोग विस्थापित हुए. विश्व इतिहास में किसी राजनीतिक कारण से होने वाला यह सबसे बड़ा विस्थापन है. बंटवारे के दौरान हुए दंगों में लाखों लोग मारे गए. 15 अगस्त, 1947 को भारत आजाद हुआ, लेकिन इस आजादी के साथ भारत का बंटवारा हुआ. भारत की आजादी से एक दिन पहले 14 अगस्त 1947 को पाकिस्तान एक नया मुल्क बना. इसके साथ कश्मीर जैसी जटिल समस्या का जन्म हुआ.
3 जून के महत्वपूर्ण घटनाचक्र
1915: ब्रिटिश सरकार ने रविंद्रनाथ टैगोर को नाइटहुड की उपाधि से नवाजा.
1918: गांधी जी की अध्यक्षता में इंदौर में हिन्दी साहित्य सम्मेलन आयोजित किया गया. इसी सम्मेलन में पारित एक प्रस्ताव में ‘हिन्दी को राजभाषा’ घोषित किया गया.
1943: संयुक्त राष्ट्र संघ ने राहत और पुनर्वास प्रशासन की स्थापना की.
1947: ब्रिटिश राज में भारत के आखिरी वायसरॉय लॉर्ड माउंटबेटन ने भारत के बंटवारे का एलान किया.
1959: सिंगापुर को सेल्फ गवर्निंग स्टेट घोषित किया गया.
1972: देश के पहले आधुनिक युद्धक पोत नीलगिरी को देश की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने जलावतरण किया.
1985: भारत सरकार ने पांच दिन का कार्य दिवस सप्ताह शुरू किया.
1994: भारत सहायता क्लब का नया नाम ‘भारत सहायता मंच’ किया गया.
1999: यूगोस्लाविया ने कोसोवो शांति योजना को मंजूरी दी.
1999: मिस्र के राष्ट्रपति हुश्नी मुबारक लगातार चौथी बार राष्ट्रपति चुने गए.
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