Nobel Peace Prize : वर्तमान में रूस ने नोबल पीस प्राइज की घोषणा से कहा कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकन का समर्थन करेगा. ऐसे में मीडिया रिपोर्ट का कहना है कि क्रेमलिन के टॉप सलाहकार यूरी उशाकोव ने जानकारी देते हुए बताया कि मॉस्को ट्रंप की उम्मीदवारी के पक्ष में है. ऐसे में उनका कहना है कि ट्रंप ने यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए जो पहल की है, वह सराहनीय है.
प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए किया नामांकित
प्राप्त जानकारी के अनुसार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का नोबेल शांति पुरस्कार के प्रति आकर्षण कोई नया विषय नहीं है. बता दें कि उनके पहले कार्यकाल के दौरान उन्हें अब्राहम समझौते के लिए इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया था, जिसने इजरायल और कई अरब देशों के बीच संबंधों के सामान्यीकरण की दिशा में अहम भूमिका निभाई थी, लेकिन इस बार ट्रंप ने पहले से भी जयादा स्पष्ट रूप से अपनी महत्वाकांक्षा को सामने रखा है.
इसके साथ ही उन्होंने दावा करते हुए कहा कि अपने कार्यकाल के कुछ ही महीनों में उन्होंने छह से सात अंतरराष्ट्रीय संघर्षों को समाप्त करने में योगदान दिया है और इनमें भारत और पाकिस्तान के बीच वह तनाव भी शामिल था.
ट्रंप के फैसले पर भारत का सख्त रूख
जानकारी के मुताबिक, जहां एक तरफ पाकिस्तान द्वारा ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया है, दूसरी तरफ भारत ने इस मुद्दे पर सख्त रुख अपनाया है. ऐसे में इस मामले को लेकर पीएम मोदी ने ट्रंप से स्पष्ट रूप से कहा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम कराने में उनका कोई प्रत्यक्ष योगदान नहीं रहा है.
डोनाल्ड ट्रंप ने किया बड़ा दावा
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा करते हुए कहा कि आठ अंतरराष्ट्रीय संघर्षों को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. बता दें कि उनकी लिस्ट में इजराइल-ईरान, भारत और पाकिस्तान, कांगो और रवांडा, कंबोडिया-थाईलैंड, आर्मेनिया और अज़रबैजान, नील नदी पर बांध विवाद– मिस्र और इथियोपिया, सर्बिया-कोसोवो संघर्ष और गाजा में इजराइल-हमास युद्धविराम शामिल हैं.
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